जम्मू-कश्मीर के जम्मू रेलवे स्टेशन के पास मराठा मोहल्ले की झुग्गियों में रविवार रात आग लग गई. रोहिंग्या शरणार्तियों की 41 अस्थायी घरों समेत 150 झुग्गियों में यह आग लगी थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि रात में भयंकर आग लगी थी. हवा के कारण आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया. दमकल विभाग की गाड़ी एक घंटे बाद पहुंची. प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी नहीं आया.
पुलिस के मुताबिक, जम्मू रेलवे स्टेशन के पास मराठी मोहल्ले में देर रात आग लगने से करीब 150 झुग्गियां जलकर खाक हो गई. हालांकि फायर ब्रिगेड ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि सब कुछ जलकर खाक हो गया. इस इलाके में रोहिंग्याओं की 52 झुग्गियां थीं, जिनमें से 41 में आग लगी थी. बाकी झुग्गियां बिहार के लोगों की थीं.
J&K: Fire broke out in Maratha Mohalla near Jammu railway station last night. Around 150 jhuggis, including 41 of those belonging to Rohingyas, were gutted in fire. Residents say "It was a massive fire, wind fuelled it. Fire brigade came after an hour. No one from admn has come." pic.twitter.com/46ByhdtHjL
— ANI (@ANI) June 3, 2019
पुलिस का साजिश से इनकार, जम्मू में रोहिंग्याओं का होता रहा है विरोध
पुलिस ने किसी भी साजिश से इनकार करते हुए कहा कि आग एक्सीडेंटली लगी होगी. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. बता दें, जम्मू में रोहिंग्याओं का एक लंबे अरसे से विरोध होता आया है. कई राजनीतिक दल रोहिंग्याओं को घुसपैठिया बताकर उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं. हालांकि, रोहिंग्याओं को निशाना बनाने की कोई घटना अभी तक सामने नहीं आई है.
राज्य के 5 जिलों में 13 हजार से अधिक रोहिंग्या
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2018 में जम्मू-कश्मीर सरकार के गृह विभाग की रिपोर्ट में कहा गया था कि राज्य के जम्मू, सांबा, लद्दाख समेत 5 जिलों में 60 स्थानों पर 13384 रोहिंग्या बसे हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जम्मू और सांबा में 5700 से अधिक रोहिंग्या बसे हुए हैं. हालांकि, कई राजनीतिक दल इस आंकड़ें पर सवाल उठाते रहे हैं और उनका मानना है कि इसे ज्यादा रोहिंग्या राज्य में बसे हैं.
अमित शाह ने कहा था- चुन चुन कर निकालेंगे रोहिंग्याओं को
जम्मू में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी अध्यक्ष और मौजूदा गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक घुसपैठ करने वाले रोहिंग्याओं को चुन चुन कर निकाला जाएगा. अमित शाह ने रोहिंग्या को बाहर निकालने के लिए असम नेशनल रजिस्टर आफ सिटिजन की तर्ज पर कानून बनाने की भी बात कही थी.