जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. एक साल से अधिक समय हिरासत में गुजारने के बाद अब महबूबा मुफ्ती रिहा हो गई हैं. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की सरकार ने महबूबा मुफ्ती को आज रिहा करने का निर्णय लिया.
महबूबा मुफ्ती को 434 दिन बाद रिहा किया गया है. महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद उनकी बेटी इल्तिजा ने उनके ही ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कठिन समय में साथ देने वालों को धन्यवाद दिया.
As Ms Mufti’s illegal detention finally comes to an end, Id like to thank everybody who supported me in these tough times. I owe a debt of gratitude to you all. This is Iltija signing off. فی امان اﷲ May allah protect you
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
रिहाई के साथ ही महबूबा सक्रिय हो गई हैं. महबूबा मुफ्ती शुक्रवार के दिन 16 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी.
Party president @MehboobaMufti would be addressing a press conference on Friday, 16th of October, 2020. Timing of the presser would be shared seperately. @Suhail_Bukhari
— J&K PDP (@jkpdp) October 13, 2020
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर खुशी जाहिर की है. उमर अब्दुल्ला ने महबूबा का स्वागत करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि उन्हें निरंतर हिरासत में रखा जाना लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ था.
I’m pleased to hear that @MehboobaMufti Sahiba has been released after more than a year in detention. Her continued detention was a travesty & was against the basic tenets of democracy. Welcome out Mehbooba.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 13, 2020
पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) के सीताराम येचुरी ने भी महबूबा मुफ्ती की रिहाई पर खुशी जताई है. चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा है कि खुशी है कि महबूबा मुफ्ती को 14 महीने की अनुचित हिरासत के बाद आखिरकार रिहा कर दिया गया है. दुख की बात है कि केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन को कानून के दुरुपयोग की भयावहता का एहसास नहीं हुआ. उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर में मुख्य धारा के सभी दलों को केंद्र सरकार के अत्याचार से लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की सभी पार्टियों को केंद्र सरकार के अत्याचार से लड़ने के लिए एकजुट होना चाहिए।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 13, 2020
वहीं, सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर कहा है कि लंबी अवैध हिरासत के बाद महबूबा मुफ्ती का स्वागत है. उन्होंने यह भी कहा है कि मोदी सरकार को 4 और 5 अगस्त 2019 को अवैध रूप से हिरासत में लिए गए अन्य लोगों को भी रिहा करना चाहिए.
Welcome Mehbooba ji after this long illegal and cruel detention.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) October 13, 2020
Modi government must release all J&K illegally detained people since August 4/5 2019.
गौरतलब है कि पिछले साल जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पहले प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. महबूबा मुफ्ती को भी दो अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉक्टर फारुख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ हिरासत में ले लिया गया था.
महबूबा मुफ्ती के मुख्यमंत्री रहते उनका आवास रहे गफूर रोड स्थित फेयरव्यू को उपजेल घोषित कर दिया गया था और उन्हें पुलिस ने वहीं रखा गया था. फारुख और उमर अब्दुल्ला को पहले ही रिहा किया जा चुका था, लेकिन महबूबा मुफ्ती की हिरासत अवधि 1 अगस्त के दिन ही तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई थी.