जम्मू-कश्मीर के कटरा में भारी बारिश के कारण पवित्र वैष्णो देवी यात्रा को अस्थाई तौर पर रोकना पड़ा. शुक्रवार शाम हुई बारिश के चलते कटरा से भवन तक की यात्रा को रोकने का फैसला लिया गया. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को 27,914 श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था.
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. वे हालात पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि यात्रा के ट्रैक पर फिलहाल पानी नहीं भरा है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर कटरा से भवन तक की यात्रा रोक दी गई है. हालांकि भवन से कटरा जाने वाले यात्रियों को जाने दिया जा रहा है. जो श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों, पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों की कड़ी निगरानी में सांझीछत और फिर कटरा की ओर आ रहे हैं.
यात्री अब भी दर्शन कर रहे हैं. किसी की को अब तक कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. दोबारा बारिश नहीं होती है तो कटरा से यात्रा शुरू होने की संभावना है. भवन क्षेत्र में शुक्रवार शाम हुई भारी बारिश के चलते हिमकोटी (बैटरी कार) ट्रैक को यात्रा के लिए बंद कर दिया गया है.
पीए सिस्टम के जरिए यात्रियों को आराम देने की कोशिश की जा रही है. उन्हें हर आधे घंटे के अंदर आगे के अपडेट की जानकारी दी जा रही है. आपदा प्रबंधन टीमों और चिकित्सा इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके.
बता दें कि मई महीने में माता वैष्णो देवी मंदिर के पास जंगलों में आग लग गई थी. इसको ध्यान में रखते हुए माता वैष्णो देवी यात्रा (Mata Vaishno Devi Yatra) का नया रूट सावधानी बरतते हुए बंद कर दिया गया था. हालांकि, पुराने रूट से यात्रा पहले की तरह जारी रही.
Trikuta hills के जंगलों में आग लगी थी. इस वजह से बैटरी कार सर्विस वाला रूट बंद कर दिया गया था. आग सांझी छत हेलीपैड के पास वाले इलाके में लगी थी. Trikuta hills में तेज हवाओं और कम दृश्यता की वजह से सावधानी बरतते हुए यह फैसला लिया गया था.