कश्मीर घाटी के अधिकतर इलाकों में शुक्रवार शाम से हुई जबरदस्त बर्फबारी से घाटी में पूरा जनजीवन प्रभावित हो गया है. कश्मीर घाटी देश के दूसरे हिस्सों से लगातार दूसरे दिन कटी हुई है और घाटी के दूरदराज इलाके भी करीब के शहरों से कटे हैं.
कई सड़कों पर एक से 2 फुट बर्फ जमा है लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान कश्मीर में किसानों को पहुंचा है. नवंबर के पहले हफ्ते में हुई इस बर्फबारी ने जहां सैकड़ों पेड़ों को उखाड़ दिया है. वहीं, सेब के बगीचों में कई सारे फलों के पेड़ बर्फ के वजन से टूट गए हैं.
सरकार से नुकसान की भरपाई की मांग
नवंबर के पहले हफ्ते में पेड़ों पर अभी पत्ते ही मौजूद थे. उस बीच उन पर टिकी बर्फ ने इन पेड़ों को ही तोड़ दिया. यहां तक कि कई जगह पर अभी सेब की फसल उतारी नहीं गई थी. वहां पर भी किसानों का भारी नुकसान हुआ है. किसानों ने सरकार से नुकसान की भरपाई की मांग की है. सरकार भी किसानों के नुकसान का आंकलन का अनुमान लगाने में लगी है.श्रीनगर-लेह हाइवे को भी बंद करना पड़ा
गौरतलब है कि इससे पहले श्रीनगर में नवंबर के पहले हफ्ते में बर्फबारी 2009 में हुई थी और उससे भी पहले 2004 और 2008 में. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भी कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में ऐसा ही मौसम बने रहने का अनुमान लगाया है. भारी बर्फबारी से श्रीनगर-लेह हाइवे को भी बंद करना पड़ा है.