scorecardresearch
 

J-K: हिंदू टीचर रजनी बाला ने हत्या से पहले विभाग से सुरक्षित इलाके में मांगी थी पोस्टिंग

31 मई को आतंकियों ने कुलगाम के सरकारी स्कूल में जाकर टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. आतंकियों ने टीचर रजनी बाला के सिर पर गोली मारी थी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.

Advertisement
X
रजनी बाला कुलगाम में अपने पति और 13 साल की बेटी के साथ रहती थीं.  (फाइल फोटो-PTI)
रजनी बाला कुलगाम में अपने पति और 13 साल की बेटी के साथ रहती थीं. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रजनी बाला को थी किसी अनहोनी की आशंका
  • शिक्षा विभाग ने रजनी ने अनुरोध को ठुकरा दिया था

घाटी में सरकारी स्कूल की हिंदू टीचर रजनी बाला की हत्या किए जाने के बाद बड़ी जानकारी सामने आई है. रजनी बाला पिछले कुछ दिनों से स्कूल में खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थीं. यही वजह थी कि उन्होंने शिक्षा विभाग को एक चिट्ठी लिखकर सुरक्षित जगह ट्रांसफर किए जाने का अनुरोध किया था. रजनीबाला ने इस पत्र में साफ लिखा था कि वे जिस स्कूल में तैनात हैं, वहां 5 साल से ड्यूटी कर रही हैं. लेकिन हाल ही की घटनाओं के बाद यहां असुरक्षा का माहौल बढ़ गया है.

Advertisement

बता दें कि 31 मई को आतंकियों ने कुलगाम के सरकारी स्कूल में जाकर टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. आतंकियों ने टीचर रजनी बाला के सिर पर गोली मारी थी. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. घटना से कुछ देर पहले ही रजनीबाला के पति उन्हें स्कूल छोड़कर आए थे. रजनी जम्मू के सांबा जिले की रहने वाली थी.

रजनीबाला की हत्या के बाद अब उनकी हैंड राइटिंग में एक पत्र सामने आया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि वह गोपालपुरा के स्कूल में पिछले 5 साल से तैनात हैं. यहां ड्यूटी करने में अब तक कोई दिक्कत नहीं आई. मगर हाल ही में गैर हिंदुओं की हत्याओं की घटनाएं सामने आने से डर का माहौल बन गया है. उन्होंने लिखा कि वह जिस स्कूल में तैनात हैं, उसकी ना तो बाउंड्री है और ना ही सुरक्षा के कोई उपाय हैं. स्कूल गांव में हैं. इसलिए डर ज्यादा है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों से रोड के आसपास कहीं भी सुरक्षित जगह तैनात किए जाने की मांग की थी.

Advertisement

रजनीबाला

बताते हैं कि रजनीबाला की इस मांग को विभागीय अफसरों ने ठुकरा दिया था. इसलिए वह मजबूरी में दहशत के बीच स्कूल ड्यूटी करने जा रही थीं. उनकी आशंका भी उस वक्त अनहोनी में बदल गई, जब पहले से घात लगाए बैठे आतंकियों ने रजनी का नाम पूछते ही गोली मार दी. बता दें कि रजनी के पति राज कुमार भी कुलगाम के एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं. 

Advertisement
Advertisement