अफगानिस्तान संकट के बीच गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर को लेकर आज गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में यह बैठक हुई. बैठक में केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश के कई शीर्ष अधिकारी भी शामिल हुए.
उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो (IB) के निदेशक अरविंद कुमार, RAW के प्रमुख सामंत गोयल, BSF के डीजी पंकज सिंह और CRPF के प्रमुख कुलदीप सिंह शामिल हुए. यह बैठक करीब 2 घंटे तक चली.
Union Home Minister Shri @AmitShah held a meeting in New Delhi to review the security and development issues of the Union Territory of Jammu & Kashmir. He appreciated the initiatives on development taken by the UT administration to fulfill the vision of PM Shri @narendramodi. pic.twitter.com/TKBkfD80fz
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) September 9, 2021
सूत्रों के अनुसार, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद किस तरीके से जम्मू-कश्मीर में स्थितियां बदली हैं. वहां पर सुरक्षा की परिस्थितियां किस तरह की हैं उन पर भी इस बैठक में चर्चा हुई.
इसे भी क्लिक करें --- क्या है PM मोदी का जम्मू-कश्मीर पर 'फ्यूचर प्लान'? 70 केंद्रीय मंत्री करेंगे J-K का दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और वहां लागू की जा रही विकास परियोजनाओं की समीक्षा की. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में अपनी अंतरिम सरकार की घोषणा करने के दो दिन बाद केंद्र सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ यह अहम बैठक हुई है.
साथ ही यह भी माना जा रहा है कि इस उच्चस्तरीय बैठक में हुर्रियत कांफ्रेंस के अलगाववादी नेता अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी की मौत के बाद कश्मीर घाटी में राजनीतिक और सुरक्षा प्रभावों पर चर्चा हुई.