जम्मू-कश्मीर में सीजफायर की अवधि को बढ़ाने को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह 17 जून को बड़ा ऐलान करेंगे. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, '16 जून तक घाटी में सीजफायर और सैन्य ऑपरेशन पर रोक लगी हुई है. मैं ईद के बाद 17 जून के बाद ही इस पर कुछ बोलूंगा.'
जम्मू-कश्मीर में सैन्य ऑपरेशन बंद रखने और सीजफायर को लेकर जारी अटकलों के बीच राजनाथ का यह बयान सामने आया है. दरअसल, जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से गृह मंत्रालय ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन पर ईद तक रोक लगाई थी. हालांकि इसे घाटी में हालात सुधरे नहीं और ताबड़तोड़ आतंकी हमले हुए.
इसे रमज़ान सीज़फायर कहा जा रहा है. अब ईद आने को है. लिहाजा इससे पहले सरकार इस फैसले की समीक्षा की. गुरुवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मसले पर बड़ी बैठक बुलाई, जिसमें सीजफायर जारी रखने या हटाने पर चर्चा हुई.
अब 17 जून के बाद ही पता चलेगा कि जम्मू-कश्मीर में सैन्य ऑपरेशन और सीजफायर जारी रहेगा या नहीं. सबकी नजर इस बात पर है कि क्या सरकार सीजफायर को अमरनाथ यात्रा तक बढ़ाएगी या नहीं?
अब 17 जून के बाद ही पता चलेगा कि जम्मू-कश्मीर में सैन्य ऑपरेशन और सीजफायर जारी रहेगा या नहीं. सबकी नजर इस बात पर है कि क्या सरकार सीजफायर को अमरनाथ यात्रा तक बढ़ाएगी या नहीं?
बताया जा रहा है कि इस बैठक में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, हंसराज अहीर समेत कई बड़े अधिकारी शामिल रहे. बता दें कि हाल ही में राजनाथ सिंह ने दो दिन का जम्मू-कश्मीर दौरा किया था, जहां उन्होंने हालात का जायजा लिया था.
अब आज ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. माना जा रहा है कि वो पीएम मोदी को कश्मीर पर हालात की जानकारी देंगे. साथ ही सीजफायर के मसले पर चर्चा कर सकते हैं.
BJP विधायक ने सीजफायर के फैसले पर उठाए सवाल
रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर में एकतरफा सीजफायर के केंद्र सरकार के फैसले पर बीजेपी के एक विधायक ने सवाल उठाए हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का कश्मीर में ऑपरेशन रोकने का फैसला गलत है.
बैरिया क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में एकतरफा सीजफायर के बाद पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलाबारी में भारतीय जवानों के शहीद होने के मद्देनजर केन्द्र की बीजेपी सरकार के फैसले पर विरोध जताया.
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह का सीजफायर का फैसला गलत है. गोली का जबाब बोली नहीं, बल्कि गोली ही होता है. सुरेंद्र सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो राजनीतिक जमींदार परिवार के वारिस हैं. राहुल को अध्यक्ष पद विरासत में मिला है, लेकिन वो इस जन्म में प्रधानमंत्री नही बन पाएंगे, क्योंकि देश की जनता उन्हें विरासत नहीं सौंपेगी.