जम्मू कश्मीर विधानसभा में हंगामे के बाद निर्दलीय विधायक शेख अब्दुल रशीद को बुधवार को मार्शल की मदद से सदन से बाहर किया गया. रशीद विधानसभा में जम्मू के मुस्लिम नेता सैयद शबीर अहमद शाह की गिरफ्तारी पर सरकार से बयान की मांग कर रहे थे.
मुस्लिम नेता सैयद शबीर अहमद की गिरफ्तारी पर हंगामा
सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही रशीद ने सरकार से बयान की मांग की कि क्यों शाह को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ लोक सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला क्यों दर्ज किया गया. लेकिन विधानसभाध्यक्ष कवींद्र गुप्ता ने विधायक की मांग पर ध्यान नहीं दिया और सदन में प्रश्नकाल शुरू करने को कहा. रशीद ने कहा, 'सरकार कोई बयान देने से क्यों घबरा रही है? सैयद शबीर अहमद शाह के खिलाफ पीएसए के तहत मामला क्यों दर्ज किया गया? क्या मुफ्ती मुहम्मद सईद के निधन के बाद फतेहा खवानी आयोजित करना गुनाह है?'
चेतावनी के बावजूद नहीं माने विधायक रशीद
सदन की कार्यवाही बाधित करने पर विधानसभाध्यक्ष ने रशीद को चेतावनी देते हुए अपनी सीट पर बैठने को कहा. साथ ही उन्होंने हिदायत दी कि अगर आप चुप नहीं रहेंगे तो आपको मार्शल की मदद से बाहर किए जाने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. लंगाते के निर्दलीय विधायक का नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के सदस्यों ने समर्थन किया और उन्होंने सरकार से बयान की मांग की. माकपा विधायक मुहम्मद यूसुफ तारिगामी ने बयान की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि सदस्यों को स्थिति को सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए.