India China Border Tension Update: जैसे जैसे ठंड नजदीक आ रही है, भारतीय सेना (Indian army) भी पूर्वी लद्दाख (Eastern ladakh) में अपनी तैनाती को लेकर तैयार नजर आ रही है. इसी के तहत भारतीय सेना ने 14,000 फुट की ऊंचाई पर अभ्यास किया ( Indian army exercise in Ladakh ) है. सूत्रों ने कहा कि ये अभ्यास सेना की क्षमता दिखाने का मौका था, इस दौरान कई स्पेशलिस्ट वाहन और मिसाइल पांच अलग अलग माउंटेन बेस पर C-130 और AN 32 के माध्यम से भेजे गए थे. लद्दाख में ठंड के मौसम में तापमान 20 डिग्री से भी कम हो जाता है. इस दौरान 'ऑक्सीजन कॉम्बट फ्री फॉल' का भी अभ्यास हुआ. हवाई सेना ने युद्ध के समय की जाने वाली ड्रिल भी करवाईं.
पिछले साल मई में भारत और चीन में जिस तरह विवाद सामने आया था, उसके बाद दोनों ही पक्षों में 13 बार बातचीत भी हुई है. इसके बाद ये तय हुआ कि दोनों देश की सेना अपनी जगहों से हटेंगी, ये वे जगह थी जहां दोनों ही सेनाओं के बीच टकराव हुआ था. हालांकि दोनों ही सेनाओं में अब भी टकराव बना हुआ है. दोनों देश की सेनाएं पिछली बार कई मौकों पर आमने- सामने आईं थींं.
ऐसे में दोनों ही सेनाओं का पूरी तरह हटना (India china disengagement) अभी नहीं हुआ है. वैसे केवल लद्दाख ही नहीं चीन ने अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सेक्टर और उत्तराखंड के सेंट्रल सेक्टर में अपनी दखलअंदाजी बढ़ाई है. पिछले महीने भारतीय सेना के प्रमुख एमएम नरवणे ने भी लद्दाख का दौरा किया था. जहां तक सेना के हटने की बात है तो ये केवल गलवान, गोगरा और पैंगोग त्सो झील के पास हुआ है. वहीं हॉट स्प्रिंग्स एरिया और पीपी 15 के पास अब भी टेंशन बनी हुई है. इससे पहले भारतीय सेना ने डेपसांग और डेमचोक में चीन उपस्थिति पर विरोध जताया था, लेकिन चीन टस से मस न हुआ.