जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताने वाले अपने दावे का बचाव किया और कहा कि 'POK पाकिस्तान का भाग है और उसी का रहेगा. न ही दिल्ली के पास विभाजन सीमा के पार के कश्मीर को पाने की हिम्मत है और न ही इस्लामाबाद जम्मू-कश्मीर को हासिल करने के लिए सक्षम होगा.'
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक ने कहा कि 'लंबे अरसे से राजनीति में रहकर मैंनें ये जाना है कि हमारे पास पीओके को वापस हासिल करने की शक्ति नहीं है और न ही पाकिस्तान के पास जम्मू कश्मीर को पाने की हिम्मत.'
फारुक अब्दुल्ला का कहना है कि इस धारणा के साथ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की स्वायत्तता अगर पाकिस्तान को दे दी जाए और जम्मू-कशमीर पर अगर हमारा हक बरकरार रहे तो सीमा विवाद हल हो जाएगा . दोनों तरफ के लोगों को सीमा पार करना आसान हो जाएगा. इस तरह दोनों देशों के बीच तनाव खत्म हो जाएगा.
अपने बयान पर बीजेपी के निशाने पर आए अब्दुल्ला ने कहा कि ये सुझाव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा रखा गया था. उन्होंने बताया कि जब वाजपेयी बस से पाकिस्तान गए थे तब उन्होंने नवाज शरीफ के सामने ये बात रखी थी. उन्होंने कहा कि बीजेपी अगर सेना के इस्तेमाल से पीओके हासिल कर सकती है तो अबतक क्यों नहीं किया.