भारतीय सेना ने रविवार को स्वीकार किया कि गोलाबारूद की कमी है, हालांकि उसने यह भी कहा कि सरकार इस मामले से अवगत है और इस मुद्दे के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं.
सेना की उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा, 'संसद में इस मामले का जिक्र हो चुका है. गोला बारूद की कुछ कमी है और इसे किसी की ओर या किसी सीमा की ओर निर्देशित मत करिए.' हुड्डा ने कहा कि इस कमी से सेना के रोजमर्रा के अभियानों पर कोई असर नहीं है, लेकिन युद्ध जैसी स्थिति के लिए बड़ी मात्रा में भंडारण की जरूरत होगी.
'सैनिकों की जरूरत समझती है सेना' हुड्डा ने कहा, 'कुछ कमी है और सरकार इससे अवगत है. इसके निदान को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं.' वन रैंक वन पेंशन के क्रियान्वयन के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे स्वीकार किया है और मैं आशावान हूं कि यह होगा. हुड्डा ने कहा कि सेना अपने सैनिकों की जरूरतों को समझती है और वह उनकी जरूरतों को लेकर संवेदनशील है.
- इनपुट भाषा