कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सुरक्षा बलों ने रविवार को पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) के हमले को नाकाम कर दिया, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस पी वैद ने बताया कि संभावित त्रासदी को टाल दिया गया है. डीजीपी ने ट्विटर पर लिखा, ‘बीएटी के इस हमले को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नाकाम कर दिया है. दुलांजा उरी में दो आतंकवादी मारे गए. हमारी तरफ कोई हताहत नहीं हुआ है. संभावित त्रासदी को टाल दिया गया है.’ उन्होंने इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी.
BAT action bid foiled by Army and JKP. Two terrorists killed in Dulanja Uri. No casualty on our side. Possible tragedy averted.
— Shesh Paul Vaid (@spvaid) November 5, 2017
सेना ने इससे पहले बताया था कि उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सेना ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए.
पिछले छह महीने में 80 आतंकी ढेर
सेना के अफसर बीएस राजू ने 3 नवंबर को जानकारी दी थी कि इन 115 आतंकियों में से 99 लोकल आतंकी हैं और 15 विदेशी आतंकी हैं. उन्होंने ये भी बताया कि सेना ने पिछले 6 महीने में लगभग 80 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है. आपको बता दें कि भारतीय सेना ने कुछ समय पहले ही घाटी में आतंकियों का सफाया करने के लिए 'ऑपरेशन ऑलआउट' लॉन्च किया था.
'ऑपरेशन ऑलआउट' में सेना का लक्ष्य
आतंकी लगातार सेना के कैंपों या फिर आम जनों पर हमला करते हैं. अब सेना ने भी अपने 'ऑपरेशन ऑलआउट' में कुछ लक्ष्य तय किए हैं. सेना के निशाने पर अब जाकिर मूसा (अल कायदा), रियाज नाइकू (हिजबुल मुजाहिद्दीन), सद्दाम पाडर (हिजबुल मुजाहिद्दीन), जीनत उल इस्लाम (लश्कर) और खालिद (जैश-ए-मोहम्मद) हैं.