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सुरक्षा एजेंसियों को आशंका, सीमा पर सख्ती के बावजूद कश्मीर में घुस चुके हैं आतंकी!

नियंत्रण रेखा (LoC) के पार से कम से कम 40 आतंकवादी जम्मू और कश्मीर में घुसपैठ की फ़िराक़ में हैं. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने इंडिया टुडे को ये जानकारी दी.

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फोटो- रॉयटर्स
फोटो- रॉयटर्स

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  • ख़ुफ़िया इनपुट्स मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
  • LoC पार से 40 आतंकवादी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की फ़िराक़ में

नियंत्रण रेखा (LoC) के पार से कम से कम 40 आतंकवादी जम्मू और कश्मीर में घुसपैठ की फ़िराक़ में हैं. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने इंडिया टुडे को ये जानकारी दी. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इन आतंकियों का इस्तेमाल विभिन्न जगहों पर हमले के लिए किया जा सकता है. जम्मू और कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा, ‘नियंत्रण रेखा पर कई जगह घुसपैठ की कोशिशें की गईं. उनमें से अधिकतर को नाकाम कर दिया गया. लेकिन हम ऐसी संभावनाओं पर भी गौर कर रहे हैं कि कुछ आतंकी शायद इस पार आ गए हों.’  

सुरक्षा एजेंसियों ने घुसपैठ को लेकर खुफिया इनपुट्स मिलने के बाद जम्मू और कश्मीर में चौकसी बढ़ा दी है. एजेंसियों को अंदेशा है कि ये घुसपैठिए उस पार से ट्रेनिंग मिलने के बाद अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं. सूत्रों ने बताया कि ‘हाल में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम किया गया है. इसके बावजूद कुछ आतंकी घुसपैठ कर गए हो सकते हैं. सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स के पास सैकड़ों आतंकियों का मूवमेंट देखा गया है. पाकिस्तान उन्हें इस पार भेजना चाहता है.  

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पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि हर घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र रखने की कोशिश की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक घाटी में तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है. उस पार से उन्हें यहां गड़बड़ी फैलाने के निर्देश दिए गए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि वो कोशिश कर रहे हैं लेकिन जिस तरह की स्थिति यहां उभरी है, उसमें वो अब घाटी में पैर रखने की जगह नहीं ढूंढ पा रहे हैं.’

संचार के स्रोत ना होने की वजह से आतंकी संगठन घाटी में अपने गुर्गों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. सुरक्षा बलों में भी कई का कहना है कि संचार साधनों के बाधित होने की वजह से सुरक्षा बलों की ऑपरेशनल क्षमता पर भी कुछ असर पड़ा है. फोन चालू नहीं होने की वजह कई स्रोत नेटवर्क डाउन हैं. इसे ऐसे भी देखा जा सकता है कि बीते एक महीने में कोई बड़ा एनकाउंटर नहीं हुआ है.     

बीते हफ्ते सुरक्षा बलों ने खालिद और नाज़िम नाम के दो लोगों को गुलमर्ग से गिरफ्तार किया. इन दोनों का ताल्लुक पाक अधिकृत कश्मीर के मुज़फ्फराबाद से था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक खालिद और नाज़िम घुसपैठियों को नियंत्रण रेखा पार कराने के लिए गाइड का काम कर रहे थे. पाकिस्तान की ओर गुलमर्ग सेक्टर में भारतीय सेना को उलझाने की दुर्लभ कोशिशों के बारे में भी खालिद और नाज़िम से पूछताछ की गई. सूत्रों के मुताबिक इस सेक्टर में एलओसी के पार बंदूकधारियों का बड़ी संख्या में मूवमेंट देखा गया. इसके बाद भारतीय सेना की ओर से क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा गया.

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