जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान और वहां बैठे आतंक के आका नए-नए पैंतरों का इस्तेमाल करते हैं. अब खुलासा हुआ है कि आतंकी संगठन जैश-ए मोहम्मद कश्मीर में जेहाद के मैसेज भेजने के लिए साइबर विशेषज्ञों का सहारा ले रहा है.
घाटी में आतंक को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अब सबसे ज्यादा भरोसा आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ऊपर कर रही है. यही वजह है कि जैश चीफ को हर तरीके की मदद पाक आर्मी और आईएसआई कर रही है.
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने ऐसे 500 संदेश ट्रैस किए हैं, जिनमें जहरीले और उत्तेजक भाषण दिए गए हैं. ये मैसेज ऑडियो और वीडियो दोनों तरीके से भेजे गए हैं. खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से भेजे गए 500 ऑडियो और वीडियो संदेश पकड़े हैं.
ISIS का JeM पर सबसे ज्यादा भरोसा
कश्मीर में जेहाद फैलाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अब जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों पर सबसे ज्यादा भरोसा कर रही है और उन आतंकवादियों को फिदायीन दस्ता बनाकर कश्मीर घाटी में बड़ी वारदात को अंजाम देने की कोशिश में लगा हुआ है. खुफिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पाक अधिकृत कश्मीर के नयाली में 100 से 150 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को विशेष तरीके की ट्रेनिंग दिलवा रहा है. इस ट्रेनिंग के बाद इन आतंकवादियों को सीमा पार से घुसपैठ कराने का प्लान है. इस ट्रेनिंग में इन आतंकियों का ब्रेनवाश करने के लिए जैश-ए-मोहम्मद का सेकंड इन कमांड 'अब्दुल रऊफ' कई बार आतंकी ट्रेंनिग कैम्प का दौरा कर चुका है.
खुलासा हुआ है कि जैश ये संदेश टेलीग्राम चैनल 'अंसार-ए जैश' के जरिए कश्मीर घाटी में भेजता है. घाटी के युवाओं को JeM में शामिल करने और ब्रेनवॉश के लिए मसूद अजहर ऐसे टेलीग्राम ऑडियो वीडियो संदेश भेज रहा है.
जैश के संदेश में एक और खुलासा हुआ है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि जैश के आतंकी केवल कश्मीर में ही नहीं बल्कि लखनऊ, मुंबई और दिल्ली में भी मौजूद हैं.
आजतक को मिली रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर घाटी में इस साल जनवरी से लेकर अब तक करीब 115 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है. रिपोर्ट के मुताबिक इसमें जैश के पाकिस्तानी आतंकियों के साथ साथ लोकल आतंकी भी शामिल हैं. खुफिया रिपोर्ट ने ये भी खुलासा किया है कि जैश के आका नए आतंकियों की भर्ती और संस्था के लिए फण्ड उगाही भी करने में लगा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक जैश ए मोहम्मद का लीडर अब्दुल रऊफ असगर ने हाल ही में पाकिस्तान के करांची में दौरा-ए-तफसीरियात-अल-जिहाद को संगठित कर मजहब के नाम पर पैसे डोनेट करने के लिए कहा. आतंकी सरगना अब्दुल रऊफ ने कराची में 10 दिनों तक चलाए गए दौरा-ए-तफसीरियात-अल -जिहाद में लोगों से गुजारिश की है कि जैश के ट्रस्ट अल-रहमत में पैसे इकट्ठा करें.
आजतक को सूत्रों ने जानकारी दी है कि जब जैश के आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया था तो उस समय भी आतंकियों को पैसा देने और लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए अल रहमत ट्रस्ट के जरिये फण्ड की उगाही किया था.
इससे पहले खबर आई थी कि मौलाना मसूद अजहर जेहाद फैलाने के लिए महिलाओं की एक आतंकी फौज बनाना चाहता है और इसके लिए वह महिलाओं को भड़का रहा है.
मसूद अजहर ने अपनी ऑनलाइन जेहादी पत्रिका 'अलकलाम' के जरिए अपना भड़काऊ ऑडियो संदेश जारी किया है. महिलाओं को जेहाद के लिए भड़काते हुए मसूद ने इस्लामिक इतिहास से महिलाओं के जेहाद में तथाकथित भागीदारी की कई मिसालें मौजूद होने का दावा किया है. अजहर मसूद ऑनलाइन जेहादी पत्रिका 'अलकलाम' में 'शादी' उपनाम के साथ अपना आर्टिकल लिखता है.