कश्मीर घाटी में दुनिया के खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस की मौजूदगी का हैरान करने वाला प्रमाण मिला है. खुफिया तंत्र को पता लगा है कि घाटी में टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से आईएसआईएस (ISIS) के विचारों का प्रसार किया जा रहा है.
खुफिया सूत्रों से खुलासा हुआ है कि कश्मीर घाटी में 'Willayah Kashmir' नाम का एक टेलीग्राम ग्रुप चलाया जा रहा है. यह ग्रुप घाटी के युवाओं को ISIS से जुड़ा कंटेंट मुहैया कराता है.
खुफिया एजेंसी की साइबर विंग ने इस ग्रुप को इंटरसेप्ट किया है. जानकारी है कि ग्रुप के हैंडलर्स ISIS के स्वयंभू कमांडर हैं और वो कश्मीर घाटी के युवाओं को 'लोन वुल्फ' अटैक करने के लिए बरगला रहे हैं.
खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि ISIS सीरिया से प्रभावित आतंक के कुछ आका इस टेलीग्राम ग्रुप के जरिए कश्मीर के युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहे हैं. साथ ही घाटी के युवाओं को विस्फोटक बनाने की जानकारी भी शेयर कर रहे हैं.
कोडवर्ड में शेयर होती हैं जानकारी
इस ग्रुप के लोग इतने शातिर हैं कि सभी जानकारियां कोडवर्ड में शेयर की जाती हैं. ग्रुप के आका एजेंसियों को चकमा देने के लिए 'VeraCript' में कुछ जानकारी भेजते हैं जो कोडवर्ड में रहती हैं. शेयर की गई जानकारियां सिर्फ ग्रुप से जुड़े व्यक्ति ही पढ़ पाते हैं.
सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों से बचने लिए टेलीग्राम का ये ग्रुप पिछले साल सितंबर 2017 और अक्टूबर 2017 में अपना नाम भी बदल चुका है.
बता दें कि इससे पहले खुफिया एजेंसियों को घाटी में एक ऐसे महिला ग्रुप का पता लगा है, जो आतंकी संगठन आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार कर रहा है. खुफिया एजेंसी ने गृह मंत्रालय को इस बारे में आगाह किया है. खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि दौलत-उल इस्लाम नाम से कश्मीर घाटी में महिलाओं का यह ग्रुप सक्रिय है. खुलासा हुआ है कि ग्रुप की सदस्य महिलाएं घाटी के अलग-अलग इलाकों में आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार करती हैं.
जमात-उल इस्लाम के बाद अब 'Willayah Kashmir' की माजूदगी का पता चला है. जो आतंकियों से लड़ रही सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चिंता का सबब बन सकता है.