क्या हिमालय पर्वत श्रृंखला अपना रुख बदल रहा है? क्या हिमालय से सटे राज्य हिमालय में हो रहे बदलाव को महसूस करने लगे हैं? नेपाल में आए भीषण भूकंप के बाद हिमालय में हो रही हलचल कश्मीर तक महसूस हो रही है.
नेपाल और उत्तर भारत में आए भूकंप के झटकों के बाद हिमालय में मौसम भी बदल रहा है. हिमस्खलन भी बढ़ने लगे हैं.
जम्मू-कश्मीर का करगिल और लद्दाख का क्षेत्र हिमालय से सटा है और यह इलाका पिछले 5 महीने से देश से अलग-थलग पड़
चुका है. वैसे भी ये इलाका हर साल 4 महीने सड़क संपर्क से कटा रहता है लेकिन इस साल करगिल और लद्दाख के लोगों को
सड़क से जुड़ने के लिए कुछ ज्यादा ही इंतजार करना होगा.
दरअसल, लद्दाख क्षेत्र को देश और दुनिया से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क श्रीनगर-करगिल हाईवे पिछले कुछ दिनों से आ रहे बर्फीले तूफानों की वजह से यातायात के कबिल नहीं बन पा रही. अमूमन अगर मौसम साथ दे तो ये राजमार्ग मई के महीने में खुल जाता है. अमूमन हर साल अप्रैल के महीने में खुलने वाला ये राजमार्ग अगर मौसम साथ दे तो मई में खुल सकता है.
हिमालय की पहाड़ियों से होते हुए इस राजमार्ग को लद्दाख और करगिल में रहने वाले लोगों के साथ साथ चीन और पाकिस्तानी
सीमाओं पर तैनात जवानों के लिए जीवन रेखा माना जाता है. इस साल हिमालय में सर्दियों में कम बर्फबारी हुई लेकिन सर्दियों
के मौसम बीतने के बाद हुई बर्फबारी इस राजमार्ग को खोलने की सबसे बड़ी दिक्कत बन रही है.
इलाके के लोगों की जीवन रेखा कही जाने वाली सड़क के खुलने में हो रही देरी की वजह से लोगों को पैदल यात्रा करनी पड़ रही है जो काफी खतरनाक है. करगिल और द्रास में रहने वाले लोगों के पास अब इस सड़क पर पैदल चलने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है और लोग पैदल चल कर ही श्रीनगर पहुंच भी रहे हैं.
गौरतलब है कि नवंबर के महीने में ये सड़क यातायात के लिए बंद कर दिया जाती है. मार्च के महीने में सड़क को दोबारा यातायात के काबिल बनाया जाता है.