श्रीनगर में बीएसएफ कैंप पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के हमले से सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है. जैश के आतंकी कश्मीर घाटी में फिर से सक्रिय हो गए हैं. बीएसएफ कैंप पर हमले का मास्टर माइंड खालिद जिसने पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली, वो इस समय नॉर्थ कश्मीर के सोपोर इलाके में सक्रिय है. एक महीने पुलिस लाइन पर हुए हमले के पीछे खालिद का हाथ बताया जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक कुछ दिन पहले कुल मिलाकर 12 फिदायिन आतंकी चार अलग-अलग ग्रुप में बंट गए. जिनमें से तीन आतंकियों को पहले ही अलग-अलग ऑपरेशन में मार गिराया गया. बचे हुए 9 में से तीन आतंकियों के एक गुट ने मंगलवार को बीएसएफ के कैंप पर हमला किया. इस हमले से पहले आतंकियों ने चार से पांच दिन इस इलाके का जायजा लिया था. इसी गुट ने पहले अवंतीपुरा और ओल्ड एयर फील्ड की रेकी की थी, लेकिन बुधवार को सुरक्षा एजेंसियां ने इन्हें मार गिराया.
अब बाकी बचे 6 आतंकी दो अलग-अलग गुट में घाटी में बंट गए. इनमें से चार आतंकी विदेशी हैं. सूत्रों की मानें तो बचे दो ग्रुप में से एक ग्रुप शोपियां और पुलवामा के आसपास और एक ग्रुप अनंतनाग और कुलगाम के पास किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं.
इन 6 आतंकियों में से 4 विदेशी आतंकी हैं, जिनका कमांडर खालिद है. सूत्रों के मुताबिक जैश के 10 से 12 आतंकी इस समय घाटी में सक्रिय हैं. जैश के आतंकी टारगेट सैट करके आते हैं और हमला करते हैं. इस समय वो घाटी में अपने खोए हुए वजूद को पाने के लिए फिदायिन हमलों को अंजाम दे रहे हैं.
अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल अब तक कुल मिलाकर 164 आतंकियों को मार गिराया गया. जिनमें से अकेले आर्मी ने 150 आतंकियों को ढेर किया. वहीं 45 सेना के जवान भी शहीद हुए हैं. पिछले साल के आंकड़ों पर नज़र डालें तो 141 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया. वहीं 63 सुरक्षा बल के जवानों ने अपनी शहादत दी. खुफ़िया एजेंसी के आंकड़ों पर नज़र डालें तो इस साल अब तक 291 आतंकियों के सीमा से घुसपैठ की कोशिश की. जिनमें से 80 आतंकी घुसपैठ करने में कामयाब रहे.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना का एक्शन लगातार जारी है. बुधवार सुबह आर्मी, पुलिस और सीआरपीएफ ने सयुंक्त ऑपरेशन में बांदीपोरा के हाजिन इलाके को चारों ओर से घेर लिया था. आपको बता दें कि ये वही इलाका है जहां पर BSF जवान मोहम्मद रमजान पारे की आतंकियों ने हत्या कर दी थी.