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बिजबेहारा में सुपुर्द-ए-खाक हुए मुफ्ती मोहम्मद सईद, हजारों नम आंखों ने दी अंतिम विदाई

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का गुरुवार को निधन हो गया. उन्हें बीते गुरुवार यानी 24 दिसंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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मुफ्ती मोहम्मद सईद
मुफ्ती मोहम्मद सईद

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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का गुरुवार को निधन हो गया. वह 14 दिन से दिल्ली एम्स में भर्ती थे. उन्हें 24 दिसंबर को एम्स में भर्ती कराया गया था. वह 79 साल के थे. उन्हें सांस में तकलीफ की शिकायत के बाद सरकारी विमान से श्रीनगर से दिल्ली लाया गया था. वह बुधवार से वेंटिलेटर पर थे. उन्होंने सांस में तकलीफ की शिकायत की थी. गुरुवार शाम को अनंतनाग के बिजबेहारा में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया.

श्रीनगर में उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई. उनके कुछ समर्थक वहीं फूट-फूटकर रोने लगे. सईद के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और तीन बेटियां है. एक बेटी पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सईद ही हैं, जिनका जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनना तय है.

 

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मुफ्ती मोहम्मद सईद के जीवन पर डालें एक नजर...तस्वीरों में

आज होगा अंतिम संस्कार
उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को शाम उनके पैतृक कस्बे बिजबेहारा में किया गया. जहां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की भीड़ मौजूद है.

सईद का पार्थिव शरीर श्रीनगर लाया गया है. यहां तीन से चार बजे तक शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में उनके अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे. इससे पहले पालम एयरपोर्ट पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उन्हें श्रद्धांजलि देने एम्स पहुंचीं थीं.

 PM मोदी बोले- कोई नहीं ले सकता मुफ्ती साहब की जगह
पीएम मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि मुफ्ती साहब की जगह कोई नहीं ले सकता. अपनी लंबी सियासी यात्रा में हर राजनीतिक धारा से उनके बहुत से प्रशंसक रहे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बहुत से सुधार किए. हम उन्हें भूल नहीं पाएंगे.


 

निर्मल सिंह बोले- काम आएगा सईद का अनुभव
जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि सईद का अनुभव प्रशासन के काम आ रहा था और आगे भी आएगा. बीते दस महीनों में उन्होंने लगकर चीजों को जो दिशा दी, उससे आने वाले समय में यह सरकार अच्छी चलेगी. वह हर छोटी से छोटी बात पर ध्यान देते थे. उन्होंने पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर काम किया.

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उमर बोले- खबर सुनकर सन्न हूं
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सईद के इंतकाल की खबर सुनकर सन्न हूं. उन्होंने सईद की बेटी महबूबा मुफ्ती और परिवार से संवेदना जताते हुए इस मुश्किल समय में ढांढ़स बंधाया.

राम माधव बोले- विजनरी नेता थे सईद
बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि सईद विजनरी नेता थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन मजबूत जम्मू-कश्मीर के लिए समर्पित कर दिया. ऐसे मोड़ पर उनका जाना बेहद दुखद है.

इससे पहले एम्स के प्रवक्ता उनकी हालत स्थिर बता रहे थे. उन्हें उसी दिन दोपहर करीब 12.30 बजे अस्पताल के निजी वॉर्ड में भर्ती करा दिया गया था. बाद में उनका निमोनिया बिग़ गया. उनका प्लेटलेट काउंट भी गिरता चला गया. वेंटिलेटर पर भी रखा गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं आया.   गुरुवार सुबह एम्स में सईद का निधन हो गया.

देश के पहले मुस्लिम गृहमंत्री थे सईद 

  • 1950 में नेशनल कॉन्फ्रेंस से सियासी सफर शुरू हुआ.
  • 1972 में कांग्रेस के साथ जुड़े और राज्य में मंत्री बने.
  • 1987 में कांग्रेस छोड़ वीपी सिंह के जनमोर्चा में जा मिले. 
  • 1989 में वीपी सिंह सरकार में गृह मंत्री बने.
  • नवंबर 2002 से 2005 तक राज्य के सीएम रहे.
  • और पिछले साल 1 मार्च को ही दोबारा सीएम बने थे.

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