जम्मू कश्मीर में निकाय चुनावों के परिणाम आ चुके हैं. जम्मू में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि कांग्रेस ने घाटी में बेहतर प्रदर्शन किया है. राज्य में बीजेपी ने 100, कांग्रेस ने 157 जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने 178 सीटों पर जीत हासिल की है.
जम्मू क्षेत्र में जम्मू, सांबा, कठुआ, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, उधमपुर, पुंछ और रजौरी जिले शामिल हैं. वहीं घाटी में श्रीनगर, बारामुला, कुपवाड़ा, बडगाम, अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, बांदीपोरा और गांदरबल जिले शामिल हैं. लेह में कांग्रेस ने सभी 13 वार्डों पर कब्जा कर लिया, जबकि कारगिल में कांग्रेस ने छह और निर्दलीयों ने सात वार्डों पर जीत दर्ज की.
पूर्व मंत्री और पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सजाद गनी लोन द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुपवाड़ा में हंदवाड़ा निकाय समिति चुनाव में सभी 13 वार्डों पर कब्जा जमाया. जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में जुनैद अजीम मट्ट रहे, जिन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के चुनाव का बहिष्कार करने के निर्णय से असहमति जताते हुए क्षेत्रीय एनसी छोड़ दी थी. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक हामिद कर्रा की पत्नी आसिफा तारिक कर्रा हारने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में से एक रहीं.
पीएम मोदी ने जताया आभार
जम्मू कश्मीर स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी के प्रदर्शन करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी लोगों की अकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करेगी. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी कहा कि पार्टी ने चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैं शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा का समर्थन देने के लिए जम्मू और कश्मीर के लोगों को धन्यवाद देता हूं.' मोदी ने प्रदेश के लोगों को आश्वस्त किया कि बीजेपी राज्य के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेगी.
These results are a reflection of aspiration of people of JnK, who want to move away from politics of strife towards PM Modi's politics of development. I thank people of JnK for their continued support and assure them that BJP will leave no stone unturned to realise their dreams.
— Amit Shah (@AmitShah) October 20, 2018
गौरतलब है कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीएम और बसपा ने चार चरणों में होने वाले निकाय चुनाव का बहिष्कार किया था. बता दें कि राज्य में निकाय चुनाव 13 साल बाद हुए हैं.
बीजेपी के राज्य प्रमुख रविंदर रैना ने पार्टी मुख्यालय में समारोहों का नेतृत्व करते हुए कहा कि यह लोगों की जीत है और लोगों ने हमारे ऊपर अपना भरोसा जताया है. हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से लोगों की सेवा जारी रखेंगे.
जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जम्मू नगर निगम समेत अधिकतर वार्डों में अपना खाता खोलने में नाकाम रही. पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री हर्षदेव सिंह ने धांधली का आरोप लगाया और दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के कारण बीजेपी को जीत मिली है.