Jammu and Kashmir Live Updates: जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़ते दिख रहे हैं. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह आज जम्मू कश्मीर की ताजा स्थिति पर बड़ी बैठक कर रहे हैं. वहीं आतंकियों द्वारा की जा रही टारगेट किलिंग के खिलाफ आज कश्मीरी पंडितों ने सामूहिक पलायन की बात कही है. बीते 27 दिन में 10 लोगों की हत्या आतंकी कर चुके हैं.
बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स नाम के संगठन ने ली है. इसके प्रवक्ता वसीम मीर ने बयान जारी कर धमकी दी है कि कश्मीर की आबादी में फेरबदल की कोशिश का यही हश्र होगा.
कश्मीरी पंडितों पर लगातार हमले और अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के इंतजामों पर शुक्रवार को गृहमंत्रालय की ओर से एक हाईलेवल मीटिंग का आयोजन किया गया था. बैठक खत्म हो चुकी है. एलजी मनोज सिन्हा इस वक्त नॉर्थ ब्लॉक से बाहर निकल रहे हैं.
कश्मीरी पंडितों की लगातार हत्याओं के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कश्मीर की इस समस्या को लेकर पूरा देश चिंतित है. वर्तमान के देखकर लग रहा है कि 1990 के दशक की वापसी हो गई है. एक पलायन 1990 के दशक में हुआ था, दूसरा पलायन अभी हो रहा है. हमारे कश्मीरी भाई-बहन अपने घर लौटना चाहते हैं. लेकिन उन्हें आतंकवादियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, कश्मीर में टारगेट किलिंग गंभीर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से कश्मीर की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाने का आग्रह करता हूं.
कश्मीरी पड़ितों पर हो रहे लगातार हमले के बाद अब घाटी में पलायन का दौर शुरू हो गया है. वहीं कश्मीरी पंडितों के समर्थन में 5 जून को 11 बजे जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी प्रदर्शन करेगी.
इन दिनों घाटी से पलायन की तस्वीरें आ रही हैं. जिस तरह से वहां टारगेट किलिंग की जा रही है, इससे कश्मीरी पंडितों में भय का माहौल है. अल्पसंख्यक सरकारी कर्मचारी जम्मू में ट्रांसफर चाह रहे हैं. उनकी पोस्टिंग सुरक्षित जगहों पर की जा रही है, इनमें से ज़्यादातर लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा चुका है. इस साल 31 मई तक जम्मू-कश्मीर में 10 लाख पर्यटक आ चुके हैं, वहीं इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए 8 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जो कि अभी तक का सर्वाधिक है. इसके लिए 2.5 लाख लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. 2011 और 2012 में 6 लाख श्रद्धालु आए थे.
जम्मू कश्मीर मसले पर गृह मंत्रालय के दफ्तर में अमित शाह की दूसरे दौर की मीटिंग शुरू हो गई है. इसमें RAW चीफ समथ गोयल, डीजीपी दिलबाग सिंह, आर्मी चीफ मनोज पांडे शामिल हैं. बीएसएफ चीफ पंकज सिंह और सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह भी वहां आए हैं. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी वहां हैं.
अमित शाह की हाईलेवल मीटिंग का पहला राउंड पूरा हो गया है. अब तीन बजे मीटिंग का दूसरा राउंड होगा. मनोज सिन्हा ने दो घंटे शाह के बात की. अब वह गृह मंत्रालय से जा चुके हैं.
कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों का पलायन जारी है. ये कश्मीरी पंडित और सरकारी कर्मचारी घाटी से जम्मू आ रहे हैं. आजतक से बातचीत में कश्मीरी पंडितों ने अपना दर्द और खौफ बयां किया. वह बोले कि इस बात की हमें निराशा है कि सरकार हमें बचाने में विफल रही है. उन्होंने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा था, तब शाह अक्षय कुमार की फिल्म प्रमोट कर रहे थे. (इनपुट - सुनील जी भट्ट)
कश्मीर मसले पर अमित शाह की हाईलेवल मीटिंग कुछ देर में शुरू होगी. मीटिंग के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, RAW चीफ सामंत गोयल पहुंच गए हैं.
बडगाम में एक शेखपुरा पंडित कॉलोनी है. राहुल भट्ट (जिनकी हत्या हुई थी) यहीं रहते थे. यहां पहले कश्मीरी पंडितों के 350 परिवार रहते हैं. लेकिन अब 150 परिवार वहां से निकल गए हैं.
कश्मीर के ताजा हालातों पर पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया. वह बोले कि एक हफ्ते में 8 लोगों को कश्मीर में मार दिया गया. आतंकवाद की ये घटनाएं रुकनी चाहिए. हिंसा के किसी भी तरीके को अलग नहीं समझना चाहिए.
अमित शाह आज कश्मीर की ताजा स्थिति को लेकर अहम बैठक करने वाले हैं. इसमें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, जम्मू कश्मीर के डीजीपी, सेना प्रमुख भी शामिल होंगे.
जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही टारगेट किलिंग की घटनाओं के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को जिम्मेदार ठहराया है.
मांझी ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा “हम ने पूर्व में कहा था कि द कश्मीर फाइल फिल्म आतंकी साजिश है जिसको दिखाकर कश्मीर में खौफ और डर का माहौल बनाया जा रहा है. कश्मीर में घटित आतंकी वारदातों ने मेरी बातों को साबित कर दिया”.
कश्मीर में काम करने वाले कश्मीरी पंडित इस साल खीर भवानी मेले का विरोध करेंगे. यह मेला 8 जून को होना है. बता दें कि यह कश्मीरी पंडितों के लिए मुख्य त्योहार होता है. यह धार्मिक सद्भाव और कश्मीरियत का प्रतीक बताया जाता है. इसके इंतजाम के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग भी मदद करते हैं.
कश्मीर में इस वक्त उथल-पुथल मची है. रामबन से कश्मीरी पंडितों के घर छोड़कर जाने की खबरें आई हैं. ये लोग कश्मीर में काम कर रहे थे. रामबन जम्मू-श्रीगनर नेशनल हाइवे का सेंट्रल प्वाइंट है.
जम्मू-कश्मीर में आयदिन निर्दोष लोगों की हत्यायें हो रही हैं. अभी हाल ही में वहां राजस्थान के निवासी व बैंक मैनेजर की हुई हत्या अति-दुःखद व चिन्तनीय भी. इससे वहां दहशत का वातावरण व्याप्त है. केन्द्र सरकार ऐसे दोषी तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे, बीएसपी की यह मांग.
कश्मीर में आतंकियों द्वारा बैंक मैनेजर विजय कुमार बेनीवाल की हत्या के बाद आज सुबह विजय कुमार की बॉडी उनके गांव हनुमानगढ़ के नोहर के भगवान गांव पहुंची.
एम्बुलेंस को देखते ही पूरा गांव गमगीन हो गया और परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया. बता दें कि कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने बैंक में घुसकर बैंक मैनेजर विजय की हत्या कर दी थी.
पीएम पैकेज के तहत काम कर रहे कश्मीरी पंडित अजय अब कश्मीर घाटी से जम्मू पहुंच गए हैं. अजय ने कहा कि हालात अब 1990 से बुरे हैं.
J&K| Panic-stricken Kashmiri Pandits working under PM package reached Jammu due to targeted killings in Kashmir Valley
— ANI (@ANI) June 3, 2022
Today's Kashmir is more dangerous than the 1990s. Most imp question is why our people were locked in our colonies.Why admin is hiding their failure?: Ajay(2.06) pic.twitter.com/4FgGN65u1C
जम्मू कश्मीर में हत्याओं से दूसरे प्रदेशों से वहां जाकर काम करने वाले लोग घबरा गए हैं. लोग अब घाटी छोड़कर जा रहे हैं. श्रीनगर में काम करने वाले अमित कौल ने कहा कि कल ही कल में चार हत्याएं हो गई हैं. 30-40 परिवार ने शहर छोड़ दिया है. हमारी मांग नहीं मानी जा रही. उनकी (सरकार) सुरक्षित जगह सिर्फ शहरों में हैं.
Jammu, J&K | Situation is getting worse. 4 killings took place today. 30-40 families have left the city. Our demand was not fulfilled. Their (govt's) safer places are within the city only, no safe place is available in Srinagar, said Amit Kaul, an employee under PM package pic.twitter.com/tOy8d6BGGl
— ANI (@ANI) June 2, 2022
दूसरे शख्स आशु ने कहा कि सुरक्षाकर्मी तक अब वहां सुरक्षित नहीं रहे हैं तो आम लोग कैसे सुरक्षित रहेंगे.
जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में टारगेट किलिंग बढ़ी है. बीते 26 दिनों में 10 लोगों की हत्या हो चुकी है. इसमें से दो लोगों का मर्डर कल हुआ है. इसमें एक बैंक मैनेजर विजय कुमार का नाम भी शामिल है.
इसके बाद शाम को बडगाम में दो प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया गया. इसमें एक मजदूर की मौत हो चुकी है.