जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर संघ बीजेपी से नाराज है. सूत्रों की माने तो आरएसएस बीजेपी और पीडीपी में न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर खुश नहीं है. खबर है कि 20 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में नई सरकार शपथ ले सकती है.
पीडीपी के साथ बीजेपी गठबंधन की सरकार गठन की कोशिशें पिछले साल से ही चल रही है. दिसंबर में नतीजे आने के बाद से ही गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई थीं, लेकिन बात नहीं बन पाई थी. सूत्रों की माने तो अब पीडीपी सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम को राज्य के शांति वाले क्षेत्रों से हटाने और धारा 370 पर बीजेपी के रुख में बदलाव को लेकर अपनी शर्तें रखी हैं और इस पर अंतिम बातचीत आखिरी दौर में है. लेकिन बीजेपी और पीडीपी में धारा 370 और AFSPA को लेकर सकारात्मक बातचीत संघ को पसंद नहीं आई है. बीजेपी और पीडीपी में न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर सहमति लगभग बन गई है पर इस सहमति से आरएसएस नाराज है.
सूत्रों की माने तो 20 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में नई सरकार शपथ ले सकती है. अगले दो दिनों में पीएम मोदी और मुफ्ती मोहम्मद सईद की मुलाकात होगी. बीजेपी के समर्थन से मुफ्ती मोहम्मद सईद सीएम बनेंगे. कुछ मुद्दों को लेकर मतभेद हैं, जिसे सुलझाने के लिए पीएम और सईद की बातचीत होगी.
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे 22 दिसंबर को आए थे, जिसमें किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी. पीडीपी और बीजेपी के बीच सरकार बनाने के लिए कई दौर पर बात हुई, लेकिन हर बार बात बीच में रह गई.
87 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम 23 दिसंबर को आ गए थे और खंडित जनादेश में पीडीपी को 28 और बीजेपी को 25 सीट मिली हैं. इनके अलावा नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस के पास 12 सीट आई.