जम्मू-कश्मीर में सरकार निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद शुक्रवार को पार्टी ने घोषणा की है कि राज्य में उप मुख्यमंत्री के तौर पर निर्मल सिंह ही गठबंधन की सरकार में उनका प्रतिनिधित्व करेंगे. राज्य बीजेपी प्रभारी सतपाल शर्मा ने कहा कि पीडीपी और बीजेपी के नेता शनिवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाकात करेंगे और सरकार गठन को लेकर प्रस्ताव रखेंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सतपाल शर्मा ने कहा, 'पीडीपी से कुछ मुद्दों पर बात होनी बाकी है. इसलिए हम आज गवर्नर से मिलने नहीं जा रहे हैं. बातचीत होने के बाद दोनों दल के नेता गवर्नर से मिलने जाएंगे.' जबकि महबूबा मुफ्ती शुक्रवार शाम करीब 4:30 बजे गवर्नर से मिलने जाएंगी. बता दें कि पीडीपी विधायक दल ने गुरुवार को ही महबूबा मुफ्ती को अपना नेता चुन लिया है, लिहाजा वह राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और बीजेपी की सरकार बहुत जल्द बनने वाली है और यह पुरानी प्रतिबद्धताओं के साथ बनेगी.
बीजेपी-पीडीपी गठबंधन को लेकर बीते करीब तीन महीनों से सियासी रस्साकसी जारी थी. दो दिन पहले ही पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. समझा जाता है कि इसी के बाद सरकार गठन को लेकर चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया.
शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक
गुरुवार शाम को पीडीपी विधायकों की बैठक में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शुक्रवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई. बैठक जम्मू में हुई. इसके लिए बीजेपी के महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव भी जम्मू पहुंचे. जबकि राज्य में बीजेपी के अध्यक्ष सतपाल शर्मा और पूर्व उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह भी मौजूद रहे. तीनों नेता अब राज्यपाल से मुलाकात करेंगे.
29 मार्च को शपथ ग्रहण संभव
महबूबा ने खुद को नेता चुनने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को शुक्रिया कहा है. उन्होंने कहा, 'मेरे नेतृत्व में आप लोगों ने जो आस्था जताई है, मैं उसे कभी भंग नहीं होने दूंगी. मैं अपने पिता के मिशन को पीडीपी के एजेंडे को आगे ले जाते हुए हमेशा अवाम के लिए काम करूंगी.' सब ठीक रहा तो महबूबा जम्मू-कश्मीर की 13वीं और पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में 29 मार्च को शपथ ले सकती हैं.
बैठक से पहले पिता की मजार पर हाजिरी
पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती पार्टी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने से पहले गुरुवार सुबह अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की मजार पर गईं. बीजबेहाड़ा स्थित दाराशिकोह पादशाही बाग में उन्होंने अपने पिता के मजार पर चादर और फूल चढ़ाने के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ भी की. उनके साथ उनकी बेटी भी थी.
पीडीपी की बैठक में सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने विधायक दल के नेता के तौर पर महबूबा के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका अनुमोदन पूर्व बागवानी मंत्री अब्दु़ल रहमान वीरी ने किया. सभी विधायकों और नेताओं ने सर्वसम्मित से उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया.
उमर ने पूछा- ढाई महीने का इंतजार क्यों?
दूसरी ओर, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब उन्हें सरकार बनानी ही थी तो जनता को ढाई महीने का इंतजार क्यों करवाया गया?
मुफ्ती सईद के निधन के बाद से गवर्नर रूल
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का गत सात जनवरी को निधन होने के बाद आठ जनवरी को राज्यपाल एनएन वोहरा ने राज्यपाल शासन लागू कर दिया था. पीडीपी और बीजेपी में एजेंडा ऑफ एलायंस को लेकर पैदा हुए गतिरोध के कारण सरकार नहीं बन पा रही थी.