जम्मू- कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ रेप और बाद में हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. दोषियों को कड़ी सजा देने के लिए लोग देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में अनंतनाग में भी प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी और हिंसक झड़प हो गई. सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर- बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. घटना में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए. दक्षिण कश्मीर के अन्य कस्बों पुलवामा, त्राल और अवंतीपोरा में भी झड़पें हुईं.
क्या है मामला?
अनंतनाग में कठुआ रेप केस के विरोध में बुधवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन को जिला पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा अनुमति दी गई थी. इसके बाद कुछ असमाजिक तत्वों ने पथराव करना शुरू कर दिया और प्रदर्शन हिंसक हो गया. शहर में जबर्दस्ती बंद कराने की कोशिश की गई. इस घटना में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
वहीं अवंतीपोरा में कुछ बदमाशों ने मुख्य बाजार को ब्लॉक करने की कोशिश की. लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप के कारण स्थिति पर काबू पा लिया गया और कोई हिंसा नहीं हुई.
पुलिस ने कहा, 'हम नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि वे किसी भी अफवाह का शिकार ना हों. साथ ही उन्होंने कहा कि शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हम नागरिकों की मदद चाहते हैं.'
राष्ट्रपति कोविंद ने जताया गुस्सा
इस मुद्दे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अपना गुस्सा जताया है. बुधवार को श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि आज़ादी के 70 साल बाद भी इस प्रकार की घटना होना देश के लिए शर्मनाक है. हमें ये सोचना होगा कि हम किस तरह का समाज बना रहे हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रेप की घटनाओं पर गुस्सा जताया था और न्याय मिलने की बात कही थी.