जम्मू-कश्मीर विधानसभा का बजट सत्र, 3 मार्च को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अभिभाषण के साथ शुरू होगा. पिछले साल 16 अक्टूबर को सत्ता संभालने के बाद CM उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार का यह पहला बजट होगा.
विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है, "मैं, मनोज सिन्हा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 21 (1) के प्रावधानों के तहत विधानसभा के सदस्यों से आह्वान करता हूं कि वे सोमवार, 3 मार्च को सुबह 10 बजे मेरा संबोधन सुनने के लिए जम्मू में विधानसभा परिसर में इकट्ठा हों."
सदस्यों से यह भी कहा गया कि वे जम्मू-कश्मीर विधानसभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियम के नियम 174 के मुताबिक 16 फरवरी तक या उससे पहले चार से अधिक प्रस्ताव न भेजें.
पहली बार बजट पेश करेंगे उमर अब्दुल्ला
एजेंसी के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि सत्र तीन सप्ताह तक चलने की उम्मीद है और मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले बजट को मार्च के अंत से पहले विधानमंडल द्वारा अप्रूव किया जाएगा. यह पहली बार होगा, जब उमर अब्दुल्ला विधानसभा में बजट पेश करेंगे. उन्होंने 2009 से 2014 तक पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकाल के दौरान गृह और सामान्य प्रशासनिक विभागों के अलावा अन्य विभागों का प्रभार संभाला था.
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केंद्र शासित प्रदेश में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली सरकार के गठन के बाद से यह जम्मू-कश्मीर विधानसभा का दूसरा सत्र होगा. इससे पहले, सरकार बनने के 20 दिनों के अंदर ही 4 से 8 नवंबर तक श्रीनगर में विधानसभा की बैठक हुई थी.