करीब दो महीने से जम्मू-कश्मीर में सरकार निर्माण को लेकर सियासी माथापच्ची अब सुलझती नजर आ रही है. शनिवार शाम पीडीपी विधायकों की पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती संग बैठक के बाद वरिष्ठ नेता जावेद बेग ने कहा कि बीजेपी के साथ उनका गठबंधन बरकार है. यही नहीं बेग ने यह भी कहा कि सरकार निर्माण को लेकर फैसला पीएम मोदी और महबूबा मुफ्ती को ही लेना है.
Alliance with BJP is intact, decision on govt formation has to be taken by Mehbooba ji & PM Modi: Javed Baig, PDP pic.twitter.com/SGKlWC3bMe
— ANI (@ANI_news) March 5, 2016
पीडीपी नेता नईम अख्तर ने बैठक के बाद कहा, 'शुक्रवार को महबूबा जी ने जो बातें कहीं थीं, वे ही काफी हैं. इसमें मुझे कुछ जोड़ने या घटाने की जरूरत नहीं है.'
Have nothing to add or subtract on what Mehbooba Mufti ji said yesterday- Naeem Akhtar,PDP on Govt formation in J&K pic.twitter.com/YHrNa1AEY5
— ANI (@ANI_news) March 5, 2016
बता दें कि शुक्रवार को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने दो महीने की अनिश्चितता के बीच बीजेपी के साथ सरकार गठन के संकेत दिए थे. उन्होंने सरकार गठन को लेकर बीजेपी के साथ आगे बढ़ने के संकेत देते हुए कहा था कि उन्हें इसको लेकर होने वाली आलोचनाओं का भय नहीं है.
हालांकि, महबूबा ने यह भी कहा था कि वह चाहती हैं कि केंद्र सरकार एक संकेत दे कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के कल्याण के लिए सब कुछ करेगी. पीडीपी प्रमुख ने शुक्रवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से भी मुलाकात की.
महबूबा ने अपने दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद का नाम लेते हुए कहा था, 'उन्होंने बीजेपी के साथ एक पार्टी के तौर पर हाथ नहीं मिलाया था, बल्कि वह गठबंधन केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच था. इसका उद्देश्य राज्य के लोगों की भलाई था.' उन्होंने शुक्रवार को जम्मू से अपनी पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू किया.
'लोगों का लाभ होता है तो कोई बात नहीं'
महबूबा ने कहा, 'हमारे लिए मेरे पिता द्वारा किया गया निर्णय, यदि वह उद्देश्य और वह आकांक्षा की पूर्ति होती है तब मुझे इस बात की परवाह नहीं कि लोग मुझ पर बीजेपी के साथ आगे बढ़ने का आरोप लगाते हैं, चाहे उन्हें अच्छा लगे या बुरा. यदि लोगों को लाभ होता है तो कोई बात नहीं.'
'सीएम बनने में हिचकिचाहट नहीं'
महबूबा ने आगे कहा, 'यदि वे ऐसा संकेत देते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के कल्याण के लिए सब कुछ करेंगे. ये एक ऐसा देश है, उसका खजाना कभी खाली नहीं होगा. यदि मुझे कभी भी यह महसूस होगा कि केंद्र के हृदय में जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए जगह और एक रूपरेखा जो हमने बनाई है और वे उसमें रंग भरने को तैयार हैं तो मुझे इस राज्य की मुख्यमंत्री बनने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी, बल्कि वह एक सम्मान की बात होगी.'