सुरक्षाबलों के ताबड़तोड़ एनकाउंटर से बौखलाए आतंकियों ने फिर आम नागरिकों को अपना निशाना बनाया है. पुलवामा और श्रीनगर में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. बताया गया है कि श्रीनगर में अरविंद कुमार की हत्या की गई है, वहीं पुलवामा में यूपी के निवासी सागिर अहमद को दहशतगर्दों ने मार दिया है.
फिर बाहरी बने आतंकियों का निशाना
कश्मीर जोन की पुलिस ने जानकारी दी है कि आतंकियों ने दो अलग-अलग जगहों पर गैर स्थानीय मजदूरों पर हमला कर दिया था. पहला हमला श्रीनगर में किया गया जहां पर अरविंद कुमार को निशाना बनाया गया. वहीं दूसरा हमला पुलवामा में हुआ जहां पर यूपी निवासी सागिर अहमद की हत्या कर दी गई. वो पेशे से कारपेंटर बताए गए हैं. अभी के लिए सेना द्वारा पूरे इलाके को घेर लिया गया है और एक सर्ज ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
लगातार हो रहीं सिविलियन किलिंग, पलायन का डर
लगातार हो रही सिविलियन किलिंग से घाटी में तनाव का माहौल बना हुआ है. सेना और पुलिस जरूर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं, लेकिन अल्पसंख्यकों के मन में डर बैठ गया है. इसी वजह से कुछ क्षेत्रों में पलायन का दौर भी देखने को मिल रहा है. अब जब फिर गैर स्थानीय लोगों को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया है, कश्मीर की लोकल पार्टियों ने इसकी निंदा की है. पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा है कि मैं अरविंद कुमार की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. ये फिर एक ऐसा मामला है जहां पर एक सिविलियन को निशाना बनाया गया है. अरविंद कुमार तो सिर्फ नौकरी के लिए श्रीनगर आया था, लेकिन उसकी भी हत्या कर दी गई.
Strongly condemn the killing of street vendor Arvind Kumar in a terror attack in Srinagar today. This is yet another case of a civilian being targeted like this. All Arvind Kumar did was come to Srinagar in search of earning opportunities & it’s reprehensible that he was murdered
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 16, 2021
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी एक बयान जारी कर इस हमले पर नाराजगी जाहिर की है. लिखा गया है कि अरविंद कुमार पर किए गए कायरतापूर्ण हमले की हम कठोर शब्दों में निंदा करते हैं. ये खबर परेशान करने वाली है.
वैसे इस हमले के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अरविंद कुमार के परिवार को 2 लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान कर दिया है. सीएम रिलीफ फंड से ये सहायता राशि दी जाएगी.
इस साल कई आम नागरिकों की हत्या
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी आतंकियों ने घाटी में बाहरी लोगों को अपना निशाना बनाया है. कई सड़क पर सामान बेचने वाले वेंडरों को आतंकी अपना निशाना बना रहे हैं. सेना की कार्रवाई जरूरी हो रही है, लेकिन ये हमले भी नहीं रुक रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि इस साल कम से कम 25 नागरिक मारे गए हैं. इस लिस्ट में तीन से ज्यादा गैर स्थानीय, दो कश्मीरी पंडित और 18 मुसलमान शामिल हैं.
वैसे सुरक्षाबलों का आतंकियों पर तगड़ा प्रहार लगातार जारी है. सिर्फ 24 घंटे के अंदर पांच में से तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया है. IGP कश्मीर ने भी जानकारी दी है कि घाटी में हुईं सिविलियन किलिंग के बाद से कुल 9 एनकाउंटर हो चुके हैं. इन मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 13 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है.