जम्मू-कश्मीर के त्राल में बादल फट गया. इससे इलाके के स्कूल और घरों को भारी नुकसान हुआ है. बादल फटने से बिजली और पानी की सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं, साथ ही आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
बादल फटने की वजह से हजन गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. दक्षिण पुलवामा के त्राल में हुए इस प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि किसी के जानमाल के नुकसान होने की कोई खबर अभी तक सामने नहीं आई है.
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की आंशका बनी हुई है. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश होने की आशंका बनी हुई है. भारी बारिश के चलते बाढ़, भूस्खलन के भी कई मामले बीते सप्ताह सामने आए थे. अमरनाथ यात्रा भी प्रभावित हुई थी. फिलहाल बारिश के आसार अभी भी बने हुए हैं.
इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में बोमडिला इलाके में बादल फटा था जिसके बाद कई दिनों तक बचाव अभियान चलाना पड़ा था. बादल फटने के बाद आई बाढ़ में 800 लोग फंस गए थे. इस बाढ़ में कई लोग लापता भी हो गए थे.
दरअसल बोमडिला क्षेत्र में बादल फटने के कारण पश्चिम कामेंग जिले में नाग-मंदिर टेंगा के पास कास्पी नाले में बाढ़ आ गई थी. कास्पि और नागमंदिर के बीच एक आरसीसी पुल बाढ़ के पानी में बह गया था.
बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ के साथ सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए उतरना पड़ा था.