scorecardresearch
 

जम्मू कश्मीर: 'टारगेट किलिंग' पर एक्शन में केंद्र, तैनात होंगे CRPF के 7500 अतिरिक्त जवान

पिछले 48 घंटे में आतंकियों द्वारा 2 हत्याएं की गईं. इसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है. ताजा तैनाती एक हफ्ते में पूरी हो जाएगी. यानी 7500 और जवानों की तैनाती की जाएगी, यह आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन्स में अहम भूमिका निभाएंगे.

Advertisement
X
जम्मू कश्मीर में अभी सीआरपीएफ और बीएसएफ की 50 कंपनियां तैनात हैं (फाइल फोटो)
जम्मू कश्मीर में अभी सीआरपीएफ और बीएसएफ की 50 कंपनियां तैनात हैं (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जम्मू कश्मीर में पिछले 48 घंटे में दो की हत्या
  • श्रीनगर में पुलिस जवान और कश्मीरी पंडित की हत्या

जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा आम नागरिकों की लगातार हो रहीं हत्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. दरअसल, गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में CRPF की 5 अतिरिक्त कंपनियां भेजने का फैसला किया है. इससे अब राज्य में सुरक्षाबलों की कुल 55 कंपनियां हो जाएंगी. 
 
उच्च अधिकारियों से आजतक से बातचीत में बताया कि अभी जम्मू कश्मीर में बीएसएफ की 25 और सीआरपीएफ की 25 कंपनियां तैनात थीं. यह फैसला गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में सुरक्षा को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया था. अमित शाह अक्टूबर के आखिरी में जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे थे. राज्य से आर्टिकल 370 हटने के बाद यह शाह का पहला दौरा था. 
 
7500 जवान होंगे तैनात

Advertisement

पिछले 48 घंटे में आतंकियों द्वारा 2 हत्याओं, जिसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है, के बाद सीआरपीएफ ने 5 कंपनियां तैनात करने का फैसला किया है. ये तैनाती एक हफ्ते में पूरी हो जाएगी. यानी 7500 और जवानों की तैनाती की जाएगी, यह आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन्स में अहम भूमिका निभाएंगे. 

घाटी में अक्टूबर के बाद से 15 नागरिकों की हत्या

अक्टूबर के बाद से घाटी में 15 नागरिकों की हत्या की गई है. इनमें कुछ गैर कश्मीरी युवक भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि हाल ही में पिस्टल्स से टारगेट किलिंग के मामलों में इजाफा हुआ है. ज्यादातर जवानों की तैनाती श्रीनगर में की जाएगी, जहां नागरिकों की हत्या के ज्यादा मामले सामने आए हैं. इसके अलावा सीआरपीएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने पुष्टि की है कि घाटी में चेकिंग और तलाशी अभियान बढ़ा दिए गए हैं. 
 
श्रीनगर में हर दिन 15000 लोगों और 8000 वाहनों की हर रोज चेकिंग की जा रही है. इस दौरान सीसीटीवी, ड्रोन समेत तमाम तकनीकियों का भी सहारा लिया जा रहा है. जिन जगहों पर अल्पसंख्यक और गैर कश्मीरी लोग रहते हैं, वहां चेकिंग ज्यादा की जा रही है. 

Advertisement

एलजी ने की उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक

इससे पहले जम्मू में एलजी मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक हुई. इसमें उप राज्यपाल के अलावा डीजीपी, आईजी कश्मीर, एडीजीपी जम्मू और अन्य खुफिया समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान घाटी में नागरिकों की मौत और आने वाले समय में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई. एलजी ने सुरक्षाबलों को नागरिकों की सुरक्षा में सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए. 

 

Advertisement
Advertisement