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J-K: DDC के अंतिम चरण का मतदान खत्म, 51 फीसदी वोटिंग

जिला विकास परिषद (डीडीसी) के लिए शनिवार को आठवें और अंतिम चरण में 28 सीटों के लिए वोटिंग हुई. जम्मू कश्मीर के डीडीसी चुनाव के आठवें चरण में शनिवार को 51 प्रतिशत वोटिंग हुई. आठवें और अंतिम चरण में जम्मू कश्मीर की अलग-अलग सीटों पर मतदान हुआ. 

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डीडीसी चुनाव के लिए आखिरी चरण का मतदान (फाइल फोटो)
डीडीसी चुनाव के लिए आखिरी चरण का मतदान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • डीडीसी के अंतिम चरण का मतदान
  • दो सीटों पर दोबारा चुनाव कराए जाने की मांग
  • अंतिम चरण में 28 सीटों पर चुनाव हुआ

जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के लिए शनिवार को आठवें और अंतिम चरण में 28 सीटों के लिए वोटिंग हुई. जम्मू कश्मीर के डीडीसी चुनाव के आठवें चरण में शनिवार को 51 प्रतिशत (50.98%) वोटिंग हुई. आठवें और अंतिम चरण में जम्मू कश्मीर की अलग-अलग सीटों पर मतदान हुआ. 

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बता दें कि आठवें चरण में डीडीसी की 28 सीटों पर चुनाव हुआ. इनमें से 13 सीटें कश्मीर क्षेत्र की है जबकि 15 जम्मू क्षेत्र की है. जम्मू क्षेत्र में 85 उम्मीदवारों के लिए वोट डाले गए, जबकि कश्मीर में 83 उम्मीदवारों के लिए.

कुल उम्मीदवारों में से 122 पुरुष और 46 महिला उम्मीदवार हैं. मतदान सुबह सात से दोपहर दो बजे तक चला. इसके अलावा आठवें चरण में पंचायत उपचुनाव के तहत 285 पंचों व 84 सरपंचों की सीटों पर भी वोटिंग हुई. 

बांदीपोरा में दोबारा मतदान कराने की मांग
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बूथ पर कब्जा और धांधली करने के आरोपों के मद्देनजर जम्मू के गरूरा जिला विकास परिषद (डीडीसी) और कश्मीर के बांदीपोरा डीडीसी के लिए दोबारा मतदान कराने की मांग गुरुवार को की.

उल्लेखनीय है कि डीडीसी चुनाव के छठे चरण का मतदान 13 दिसंबर को कराया गया था. राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त के के शर्मा को लिखे पत्र में अब्दुल्ला ने हाल में गरूरा-बांदीपोरा में डीडीसी के लिए हुए मतदान के दौरान कथित तौर पर बूथ कब्जाने और फर्जी मतदान की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की.

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उन्होंने पत्र में लिखा, बहुत ही दुखद घटनाएं मेरे संज्ञान में आई हैं. कई स्थानों पर वास्तविक मतदाताओं और गुपकर गठबंधन घोषणापत्र (पीएजीडी) के प्रत्याशियों का समर्थन करने वाले लोगों को मतदान नहीं करने दिया गया.

इसके अलावा 13 दिसंबर को गरूरा-बांदीपोरा में बूथ पर कब्जा करने की घटनाएं हुई और कई इलाकों में अवांछित हस्तक्षेप की घटनाएं सामने आईं, जहां पर 16 दिसंबर को मतदान हुआ. शोपियां के चित्रागाम में मतदाताओं को मतदान करने से जबरन रोका गया.'' गुपकर गठबंधन घोषणापत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने न्याय और निष्पक्ष मुकाबले के लिए इन क्षेत्रों में दोबारा मतदान कराने की मांग की. 

 

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