जम्मू कश्मीर में पहली बार हो रहे जिला विकास परिषद चुनाव के लिए पहले चरण में शनिवार को मतदान होगा. गुरुवार को श्रीनगर में हुए आतंकी हमले के बाद चुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाया गया है. 43 सीटों पर पहले चरण में मतदान होगा, जिसके लिए 352 उम्मीदवार मैदान में है.
डीडीसी चुनाव के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में खाली पड़े सरपंचों और पंचों के चुनाव भी होंगे. पहले चरण के मतदान में 2644 पोलिंग बूथ कायम किए गए हैं, जिनमें 703620 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. सुरक्षाबलों को पहले ही इस बात की खुफिया जानकारी थी कि चुनाव को रखना डालने के लिए आतंकी फिराक में है और हमले हो सकते हैं.
गुरुवार को श्रीनगर के पास सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर में चुनाव के लिए सुरक्षा को और भी मजबूत बना दिया गया है. घाटी में तैनात सुरक्षा एजेंसियों के साथ साथ चुनाव के लिए 49 अधिक सुरक्षा बलों की कंपनियां तैनात की गई है.
जम्मू कश्मीर में मैदानी इलाकों के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर भी घुसपैठ की फिराक में बैठे घुसपैठियों को रोकने के लिए पूरी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है
जम्मू कश्मीर में स्थानीय चुनावों में सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी से यह चुनाव काफी दिलचस्प बन गए हैं और विपक्ष की सभी पार्टियां एक साथ चुनावी मैदान में खड़े हैं और उनका सीधा मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के साथ है.