जम्मू-कश्मीर के शोपियां में मंगलवार तड़के से ही सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. इस एनकाउंटर में दो आतंकी ढेर हो गए हैं तो सुरक्षाबलों के दो जवान घायल हुए हैं. सुरक्षा बलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां के कुमदलान में 5-6 आतंकियों के छिपे होने का शक है.
स्थानीय पुलिस अधिकारी के मुताबिक दो आतंकी मारे गए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा है कि आतंकियों के शव मिलने पर ही उनकी मौत की आधिकारिक पुष्टि की जा सकेगी.
ये आतंकी शोपियां के एक घर में छिपे हुए हैं. शोपियां एनकाउंटर में घिरे एक स्थानीय आतंकी जीनत के पिता को इस बारे में बता चला तो उन्हें हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई. जीनत को आंतकियों ने दो महीने पहले ही रिक्रूट किया था.
सुरक्षा बल आसपास के घरों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले गए हैं. एनकाउंटर के विरोध में हो रही स्थानीय लोगों की पत्थरबाजी पर भी नियंत्रण पा लिया गया है.
सुरक्षा बलों ने आतंकियों को घेरा हुआ है. यहां पर सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और पुलिस बल के जवान तैनात है. इन्होंने शोपियां में बेमनीपुरा इलाके की घेराबंदी की हुई है.
संयुक्त सुरक्षा बलों की घेराबंदी और फायरिंग के बाद आतंकियों की ओर से भी फायरिंग की गई. इसमें दो जवान घायल हो गए. तड़के गोलीबारी से इस इलाके में सुबह ही गोलियों की आवाज गूंजने लगी.
#Visuals Encounter breaks out between terrorists and security forces in Kundalan area of Shopian. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/fSSJWrFYKY
— ANI (@ANI) July 10, 2018
स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि इलाके में पांच-छह आतंकियों के छिपे होने का शक है. उन्होंने बताया कि इस गांव में आतंकियों के छिपे होने की पुख्ता खुफिया जानकारी मिली थी . इसके बाद इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया.
इससे पहले, सोमवार सुबह को घाटी के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में भी सुरक्षा बलों ने अपने ऑपरेशन में एक आतंकी को मार गिराया था. आतंकियों और सेना के जवानों के बीच यह मुठभेड़ रविवार रात से ही चल रही थी. 8 जुलाई को आतंकी बुरहान वानी की दूसरी बरसी होने की वजह से अमरनाथ यात्रा रोक दी गई थी.
घाटी में हालात लगातार चिंताजनक बने हुए हैं. 7 जुलाई को बडगाम में आतंकियों ने सीआरपीएफ की टुकड़ी पर हमला कर दिया था. जम्मू-कश्मीर में कुलगाम जिले के खुदवाणी इलाके में शनिवार की सुबह सेना के सर्च ऑपरेशन के दौरान पत्थरबाजों ने हंगामा कर दिया था. हालांकि, सेना ने जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो पत्थरबाजों ने सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस दौरान दोनों के बीच झड़प हुई और इसमें तीन नागरिकों की मौत हो गई थी.
मृतकों में एक नाबालिग लड़की भी शामिल थी. वहीं, इस झड़प में 3 जवान समेत 13 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इसके बाद से राज्य में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.