जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि केंद्र के लिए वह समय अब आ गया है जब वह राजनीतिक बदले के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग रोके. उन्होंने यह बयान सुप्रीम कोर्ट के दिन में आए फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया के दौरान दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में आलोक वर्मा को केंद्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक के तौर पर फिर से बहाल कर दिया है. महबूबा ने ट्वीट किया, 'सुप्रीम कोर्ट के आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के रूप फिर बहाल करने के फैसले का स्वागत है. इसने हमारे लोकतंत्र के संस्थानों की स्वतंत्रता की मान्यता को बहाल किया, जो इसके स्तंभ हैं.'
महबूबा ने कहा, 'केंद्र सरकार के लिए यह सही समय है जब वह राजनीतिक बदले के लिए सीबीआई और एनआईए जैसी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को रोके.'
Welcome SCs decision to reinstate #AlokVerma as CBI Dir.Reinstates belief in independent institutions of our democracy that are its pillars. Time for the Central gov to stop misusing its influence to arm twist investigative agencies like NIA & CBI for political vendetta.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 8, 2019
सीबीआई के निदेशक पद पर आलोक वर्मा को फिर से बहाल कर दिया गया है. देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी में लंबे समय से चल रहे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को तगड़ा झटका देते हुए CVC के फैसले को पलटते हुए आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने का फैसला रद्द कर दिया. इसके साथ ही अब 76 दिन बाद आलोक वर्मा फिर सीबीआई के चीफ बन गए.
पिछले साल 23 अक्टूबर को CVC और DoPT ने तीन आदेश जारी किए जिसमें आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजने के साथ-साथ सीबीआई के संयुक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव को अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया गया. छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई निदेशक आलोक कुमार वर्मा केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गए.