जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगले कुछ दिनों में इंटरनेट सेवा को शुरू कर दिया जाएगा. सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीरियों के लिए टेलीफोन नहीं, उनकी जिंदगी महत्वपूर्ण है. पहले भी कश्मीरी टेलीफोन के बिना रह रहे थे. आपको समझना चाहिए कि टेलीफोन का इस्तेमाल आतंकी लामबंदी के लिए किया जा रहा है.
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि फारूक अबदुल्ला के उपचुनाव के दौरान एक ही दिन में 9 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन पंचायत चुनाव में 4000 सरपंच बिना किसी जान-माल के नुकसान के निर्वाचित हुए. पिछले दो महीने में घाटी में किसी ने जान नहीं गंवाई है.
घाटी में मोबाइल सेवाएं बहाल
जम्मू एवं कश्मीर में करीब 70 दिनों बाद आज से मोबाइल फोन की घंटियां बजनी शुरू हो गई हैं. सोमवार दोपहर से घाटी के 40 लाख से ज्यादा मोबाइल फोन एक्टिव हो गए हैं. ये सभी फोन पोस्टपेड सेवा वाले हैं. राज्य सरकार ने दो दिन पहले पोस्टपेड सेवाओं पर पाबंदी हटाने का फैसला लिया था. सोमवार से मोबाइल पोस्टपेड सेवाएं बहाल कर दी गईं.
इंटरनेट पर जारी रहेगी पाबंदी
सरकार ने फिलहाल पोस्टपेड मोबाइल पर कॉलिंग की सुविधा शुरू करने का फैसला लिया है. लोगों को मोबाइल इंटरनेट के लिए अभी कुछ और दिनों का इंतजार करना पड़ेगा. इसके साथ ही प्रीपेड सेवा पर भी फैसला बाद में होगा.
जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को 5 अगस्त को रद्द करने के बाद से ही कश्मीर में एहतियात के तौर पर मोबाइल फोन सेवाओं और इंटरनेट सुविधाओं को बंद कर दिया गया था.