जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी दलों के गठबंधन ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एपीएचसी) ने मसरत आलम को कॉन्फ्रेंस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का पिछले हफ्ते बुधवार को निधन हो गया था, जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
एपीएचसी ने श्रीनगर में एक बैठक में यह घोषणा की और कहा कि शब्बीर अहमद शाह तथा गुलाम अहमद गुलजार हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष होंगे. जबकि मौलवी बशीर अहमद इरफानी एपीएचसी में महासचिव के रूप में कार्य करते रहेंगे.
पिछले हफ्ते बुधवार को हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का उनके हैदरपोरा स्थित आवास पर हुए निधन के बाद यह नई नियुक्तियां हुई हैं. ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नव चयनित अध्यक्ष मसरत आलम भट (50) फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है.
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गिलानी के रिश्तेदारों पर केस
इस बीच अलगाववादी नेता गिलानी को पिछले दिनों सुपुर्द-ए-खाक करने के दौरान कुछ लोगों ने देश विरोधी नारे लगाए थे. हालांकि बडगाम पुलिस ने इस पर गिलानी के ही कुछ रिश्तेदारों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
दूसरी ओर अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद जम्मू कश्मीर की पुलिस पर कुछ आरोप भी लगे, जिन पर उनकी ओर से सफाई भी दी गई. गिलानी के बेटों की ओर से आरोप लगाया गया था कि उनके पिता का पुलिस ने जबरन अंतिम संस्कार किया, जिस पर पुलिस ने अंतिम यात्रा और दफनाने की तस्वीरें जारी की हैं.
साथ ही साथ गिलानी के बेटों पर निशाना साधते हुए कहा है कि कब्रिस्तान में ना आकर परिवार ने पाकिस्तान के एजेंडे के प्रति अपनी 'वफादारी' दिखाई. पुलिस का कहना है सभी रीति-रिवाजों के तहत स्थानीय धार्मिक कमेटी की देखरेख में सैयद अली शाह गिलानी को सुपुर्द ए खाक किया गया.