कठुआ कांड के आरोपियों के समर्थन में निकाली गई रैली में शामिल होने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व वन मंत्री चौधरी लाल सिंह ने रविवार को शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर की बीजेपी और पीडीपी गठबंधन सरकार पर भी सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि अगर राज्य की मौजूदा सरकार उस बच्ची को इंसाफ नहीं दे सकती है, तो घर चली जाए.
कठुआ कांड के आरोपियों के समर्थन में निकली रैली में शामिल होने के चलते मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले बीजेपी नेता लाल सिंह ने कहा कि हमारी दुआ हैं कि उस बच्ची को स्वर्ग नसीब हो और हम सब उसे श्रद्धांजलि देने आए हैं. वो जम्मू की बेटी थी.
इस दौरान उन्होंने घाटी के नेताओं पर भी जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि कश्मीर के नेताओं और पार्टियों ने जम्मू के साथ भेदभाव किया है, लेकिन जम्मू के लोगों ने कभी इसकी परवाह नहीं की. सूबे की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती हमेशा से जम्मू के आपसी भाईचारे की मिसाल देती रही हैं और कई बार इसका शुक्रिया अदा कर चुकी हैं.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व वन मंत्री ने कहा कि महबूबा मुफ्ती कई बार यह कह चुकी हैं कि जम्मू ने हमेशा दूसरों को सहारा दिया और यहां मंदिर में पूजा और मस्जिद में अजान एक साथ होती है. अगर जम्मू ऐसी धर्म निरपेक्षता की मिसाल है, तो जम्मू के लोगों को कठुआ मामले के बाद अलग नजरिए से क्यों देखा गया?
कश्मीर के नेताओं को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू में हम खुलेआम जनसभा करते हैं और लोगों के बीच जाते है, लेकिन कश्मीर में नेता ऐसा नहीं कर पाते हैं. राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए लाल सिंह ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द कठुआ मामले की जांच सीबीआई से करवाए, वरना उन्हें सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा. आज की जनसभा ट्रेलर थी और अगली जनसभा में पूरी फिल्म बनाऊंगा.
मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची की गैंगरेप के बाद हत्या मामले के आरोपियों के समर्थन में रैली निकाली गई थी, जिसमें सूबे के मंत्री रहे चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा भी शामिल हुए थे. इसमें शामिल होने के चलते इन दोनों बीजेपी नेताओं को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.