जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट की कामयाबी से परेशान लश्कर ए तैयबा ने घाटी में नई साजिश रची है. खुफिया एजेंसियों के हवाले से खबर है कि लश्कर अपने मॉड्यूल को मजबूत करने की कोशिश में लगा हुआ है. आईएसआई के इशारे पर लश्कर ने कश्मीर में आतंक का नया प्लान बनाया है.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक लश्कर ने बांदीपुरा के 7, छम्ब के 7, जुरा अथुकाम के 5, कुपवाड़ा के 5, लीपा के 7 मंडकोंड के 7 और सोनर के 5 स्थानों की रेकी की है. लश्कर के नए प्लान के मुताबिक जाकिर मूसा और लश्कर का नया चीफ जीनत उल इस्लाम हाथ मिला सकते हैं.
जंगल में रोटियां बेल रहा लश्कर का नया सरगना
इस बीच जीनत उल इस्लाम का एक नया वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में उसे जंगल में रोटियां बनाते हुए देखा जा सकता है.
कश्मीर में चल रहा 'ऑपरेशन ऑल आउट'
घाटी से आतंक का खात्मा करने के लिए इससे पहले सेना ने 'ऑपरेशन ऑल आउट' तैयार किया है. इसमें सुरक्षाबलों ने कश्मीर में मौजूद 258 आतंकियों की लिस्ट तैयार की थी. इसमें से कई आतंकी मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. इस लिस्ट में लश्कर, हिज्बुल मुजाहिदीन और अल बद्र जैसे संगठनों से जुड़े आतंकी हैं.
खुफिया एजेंसियों ने इन आतंकियों की सूची तैयार की थी. इस लिस्ट में जम्मू-कश्मीर के 13 जिलों के आतंकी शामिल थे. इनमें 130 लोकल आतंकी और 128 विदेशी हैं. लिस्ट में सबसे ज्यादा आतंकी कुपवाड़ा और सोपोर से हैं.
पाकिस्तानी ने इस साल 105 बार तोड़ा सीजफायर
बता दें कि इन सबके बीच पाकिस्तानी सेना ने इस साल जम्मू और कश्मीर में 200 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 105 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. जम्मू एवं कश्मीर के बीच 200 किलोमीटर की अंतर्राष्ट्रीय सीमा है. भारतीय पक्ष से इसकी रक्षा बीएसएफ जवान करते हैं और पाकिस्तान की तरफ से उनके रेंजर्स अपनी सीमा की रक्षा करते हैं.
बीएसएफ के मुताबिक वर्ष 2002 के बाद पाकिस्तान ने लगभग 12,000 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है और इस दौरान 313 लोग मारे गए जिसमें 144 जवान भी शहीद हुए. संघर्ष विराम का सबसे ज्यादा उल्लंघन वर्ष 2002 में किया गया था. इस दौरान यहां 8,376 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया और उसके बाद वर्ष 2003 में 2,045 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया था."
भारत और पाकिस्तान ने नवंबर 2003 में नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम के संबंध में समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. समझौते के बाद लगभग चार वर्षों तक सीमा पर शांति बनी रही थी.
जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में सुधार: सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में सुधार हो रहा है और आंतकवादियों की हालिया कार्रवाई केवल उनकी निराशा को ही साबित करती है. सेना प्रमुख ने कहा कि कट्टरता एक वैश्विक घटना है, जो जम्मू एवं कश्मीर में भी फैला है, जिसे गंभीरता से निपटा जा रहा है.