जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने बीते मार्च महीने में शिव मंदिर में जलाभिषेक के बाद रविवार को श्रीनगर के तुल्मुल्ला में क्षीर भवानी मंदिर में रविवार को पूजा अर्चना की. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ज्येष्ठ अष्ठमी उत्सव में भाग लेकर खुशी हुई. मुस्लिमों और कश्मीरी पंडितों की बॉन्डिंग की झलक देखना सुकून देने वाला था.
महबूबा मुफ्ती ने मंदिर में अपनी एक फोटो को ट्वीट कर कहा कि यह भारत के विचार से बनी कश्मीरियत है. जो 'आज के लोकतंत्र के मंदिर' में संविधान की घोर अवहेलना के विपरीत है.
Delighted to participate in Zyeshth Ashtami festivities at Tulmull. It was reassuring to get a glimpse of muslims & pandits bonding. This is Kashmiriyat woven to the idea of India, in stark contrast to the blatant disregard for the constitution in ‘Temple of democracy today’. pic.twitter.com/gDwaXjyuj0
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) May 28, 2023
बता दें कि कश्मीर में ज्येष्ठ अष्ठमी उत्सव में धूम-धाम से मनाया जा रहा है. इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी पंडितों को ज्येष्ठ अष्ठमी की शुभकामनाएं भी दी थीं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि दुनिया के सभी कश्मीरी पंडित समुदाय को ज्येष्ठ अष्टमी मुबारक.
नवग्रह मंदिर में किया था जलाभिषेक
बता दें कि मार्च महीने में जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम पुंछ जिले में स्थित नवग्रह मंदिर में पूजा की थी. इस दौरान उन्होंने मंदिर की परिक्रमा कर मूर्तियों के दर्शन किए और शिवलिंग पर चल भी चढ़ाया. ये मंदिर पीडीपी के पूर्व एमएलसी यशपाल शर्मा ने बनवाया था. यहां पहुंचीं मुफ्ती ने मंदिर परिसर में बनी यशपाल शर्मा की प्रतिमा पर फूल भी चढ़ाए.
बीजेपी ने बताई थी नौटंकी
हालांकि महबूबा मुफ्ती के मंदिर में जलाभिषेक को बीजेपी ने नौटंकी बताया था. बीजेपी ने आरोप लगाया कि 2008 में महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड को भूमि आवंटन का विरोध किया था. और तीर्थयात्रियों के लिए हट निर्माण के लिए श्राइन बोर्ड को भूमि के अस्थायी हस्तांतरण की अनुमति नहीं दी थी.