जम्मू-कश्मीर में होने वाले पंचायत चुनाव और निकाय चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को राजभवन में उच्चस्तरीय बैठक कर शांतिपूर्ण मतदान को लेकर सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा की. इस बैठक में सेना, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.
इससे पहले निकाय चुनाव में 664 वार्ड में से 177 वार्ड के लिए किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन नहीं भरा है. वहीं 215 ऐसे वार्ड हैं जहां सिर्फ एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इसके अलावा शुक्रवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद बीजेपी के दो उम्मीदवारों ने स्थानीय चुनाव से हाथ खड़े कर दिए हैं. इनमें एक महिला हैं जो श्रीनगर के डल गेट की उम्मीदवार थीं.
बता दें कि राज्य में 4 चरणों में निकाय चुनाव होने हैं. इसमें पहला चरण 8 अक्टूबर, दूसरा 10 अक्टूबर, तीसरा 13 अक्टूबर, चौथा और अंतिम चरण 16 अक्टूबर को होगा. चारों चरण पूरे होने के बाद 20 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी. वहीं प्रदेश में 9 चरणों में पंचायत चुनाव का काम पूरा किया जाएगा. यह चुनाव 17 नवंबर से शुरू होकर 11 दिसंबर तक चलेंगे.
यह चुनाव बैलेट पेपर से करवाए जाएंगे. साथ ही चुनाव खत्म होने के दिन ही वोटों की गिनती भी शुरू हो जाएगी. राज्य की मुख्य पार्टियां नेशलन कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने संविधान के अनुच्छेद 35 (ए) का हवाला देते हुए इन निकाय चुनावों के बहिष्कार की घोषणा कर रखी है. वहीं अलगाववादी संगठनों ने लोगों से चुनाव बहिष्कार करने का आह्वान किया है.