जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट की सफलता पर सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर ने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि सभी सुरक्षाबल जो इस वक्त आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं उसमें बेहतर समन्वय है. इसी के चलते इस समय आतंकवादियों के हौसले पस्त हैं.
डीजी सीआरपीएफ ने बताया कि इस समय खुफिया इनपुट बहुत ज्यादा आ रहे हैं जिसके चलते सुरक्षा बल बड़े स्तर पर घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन कर रहे हैं, जैसा कि आप लोग देख रहे हैं कि बड़े कारगर तरीके से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और सफलता इसी के आधार पर मिल रही है. उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों पर आतंकी कभी ग्रेनेड फेंकते तो कभी कैम्प को निशाना बनाते है फिर भी सुरक्षा बलों के हौसले बुलंद है.
सुरक्षाबलों के ऑपरेशन की जानकारी देते हुए डीजी भटनागर ने कहा कि आंतकियों में कई विदेशी आंतकी भी मारे गए और कई स्थानीय आंतकियों का भी खात्मा हुआ. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि इस बार यात्रा फुल प्रूफ सुरक्षा के साथ होगी और इसके लिए खास इंतजाम किए गए हैं.
अमरनाथ यात्रा की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस के साथ मिलकर CRPF एक नए तरीके की योजना तैयार कर रही है. यही नहीं CRPF डीजी ने पढ़े-लिखा युवाओं के आंतकी गतिविधियों में लिप्त होने के सवाल पर कहा कि आतंकी, आतंकी होता है वह चाहे जिस तरीके का हो उसको परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना पड़ेगा.
'आजतक' को मिली रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर घाटी में इस साल जनवरी से लेकर अब तक 67 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है. रिपोर्ट के मुताबिक इसमें 27 आतंकी विदेशी हैं जिसमें सबसे ज्यादा जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हैं. इसके साथ ही 35 आतंकी स्थानीय हैं जो कि लश्कर और हिजबुल मुजाहिद्दीन से आते हैं. सुरक्षाबलों इस साल जब से ऑपरेशन ऑल आउट-2 शुरू किया है तब से आतंकियों के बड़े-बड़े कमांडर ढेर हो चुके हैं और रविवार को ही सुरक्षाबलों ने 5 आतंकवादियों को ढेर किया था.