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जम्मू और कश्मीर: 370 हटने के बाद पहला पंचायत चुनाव, चुनाव आयोग का ऐलान

पंचायत चुनाव 8 चरणों में कराए जाएंगे. 5 मार्च को पहले चरण का चुनाव होगा. आयोग ने बताया कि प्रदेश में सरपंच की 1011 सीटें खाली हैं. इन पदों को भरने के लिए लंबे समय से चुनाव की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिस पर अब विराम लग गया.

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कश्मीर में 8 चरणों में होंगे पंचायत चुनाव (फाइल फोटो)
कश्मीर में 8 चरणों में होंगे पंचायत चुनाव (फाइल फोटो)

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  • कश्मीर में पंचायत चुनाव का ऐलान
  • 5 मार्च से शुरू होगी वोटिंग

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पहली बार राज्य में पंचायत चुनावों का ऐलान कर दिया गया. जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने गुरुवार को इसकी घोषणा की. प्रदेश की एक हजार से ज्यादा सरपंचों की खाली सीटों के लिए चुनाव आयोग ने 5 मार्च से चुनावों का ऐलान किया है.

ये चुनाव 8 चरणों में कराए जाएंगे. 5 मार्च को पहले चरण का चुनाव होगा. आयोग ने बताया कि प्रदेश में सरपंच की 1011 सीटें खाली हैं. इन पदों को भरने के लिए लंबे समय से चुनाव की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिस पर अब विराम लग गया.

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8 चरणों में होगी वोटिंग

पिछले पंचायत चुनावों के बाद कश्मीर की कुल पंचायत सीटों में से 60 प्रतिशत सीटें खाली रह गईं. इन खाली सीटों को अब भरा जाएगा. शैलेन्द्र कुमार ने गुरुवार को घोषणा की और जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनावों की तारीखों का ऐलान किया. मार्च में 8 चरणों में पंचायत चुनाव होंगे. मतदान 5, 7, 9, 12, 14, 16, 18 और 20 मार्च को होंगे. पहली अधिसूचना 15 फरवरी को जारी की जाएगी.

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उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख ने अभी तक हमें चुनाव संचालन के लिए अनुरोध नहीं भेजा है, इसलिए हमने लद्दाख को शामिल नहीं किया है.   लद्दाख इस वक्त बर्फ से घिरा हुआ है और वहां बहुत ठंड है, इसलिए इस समय चुनाव होना संभव नहीं है. उन्होंने जम्मू इलाके में 4 चरणों में चुनाव होंगे और कश्मीर इलाके में 8 चरणों में वोट डाले जाएंगे. 

बीते साल 5 अगस्त को अनुच्छेद-370 को हटाते हुए राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया. इसमें जम्मू एवं कश्मीर (विधानसभा के साथ) व लद्दाख (बिना विधानसभा) शामिल हैं. कश्मीर से 370 हटाए जाने के बाद ये पहला पंचायत चुनाव है.

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