पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के नेताओं ने अपनी पार्टी की चीफ महबूबा मुफ्ती से मुलाकात टाल दी है. 18 सदस्यीय पीडीपी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल वेद महाजन की अगुवाई में सोमवार को श्रीनगर जाकर महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करने वाला था. पीडीपी नेताओं को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से सोमवार सुबह 11 बजे मुलाकात करने की इजाजत मिली थी. हालांकि पीडीपी नेताओं ने महबूबा मुफ्ती से मुलाकात का फैसला टालने की वजह नहीं बताई है.
इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी पार्टी के फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की थी. पार्टी नेताओं को फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से मुलाकात करने की इजाजत जम्मू कश्मीर प्रशासन ने दी थी.
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से नजरबंद हैं नेता
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला समेत कई राजनीति दल के नेता नजरबंद हैं. हालांकि अब केंद्र सरकार ने जम्मू में सभी राजनीतिक नेताओं की नजरबंदी खत्म कर दी है, लेकिन कश्मीर में अब भी नेताओं को नजरबंद रखा गया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जैसे राजनीतिक दलों के नेताओं को जम्मू में फ्री कर दिया गया है.
24 अक्टूबर से होने हैं खंड विकास परिषद के चुनाव
जम्मू में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की रिहाई का फैसला 24 अक्टूबर को होने वाले खंड विकास परिषद के चुनावों की घोषणा के बाद उठाया गया है. सुप्रीम कोर्ट में भी राजनीतिक दलों के नेताओं की हिरासत और नजरबंदी के खिलाफ कई याचिकाएं दायर की गई हैं.