scorecardresearch
 

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा और शोपियां में NIA की रेड, टेरर फंडिंग-OGW नेटवर्क को लेकर एक्शन

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा और शोपियां जिलों में कई ठिकानों पर एनआईए की रेड जारी है. टेरर फंडिंग और अंडर ग्राउंड वर्कर्स के नेटवर्क को लेकर केंद्रीय जांच एजेंसी जांच कर रही है.

Advertisement
X
जम्मू-कश्मीर के दो जिलों में एनआईए का एक्शन
जम्मू-कश्मीर के दो जिलों में एनआईए का एक्शन

जम्मू-कश्मीर के दो जिलों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रेड चल रही है. साउथ कश्मीर के पुलवामा और शोपियां जिले में कई ठिकानों पर छापेमारी जारी है. एनआईए की ये रेड आतंकियों को मिलने वाली फंडिंग और अंडर ग्राउंड वर्कर्स को लेकर की जा रही है.

Advertisement

जानकारी के मुताबिक, एनआईए की रेड पुलवामा जिले के दो गांव सेदरगुंड और रत्नीपोरा में चल रही है. इस छापेमारी में केंद्रीय एजेंसियां अंडर ग्राउंड वर्कर्स के नेटवर्क और टेरर फंडिंग पर जांच कर रही हैं. 

इससे पहले भी हुई थी छापेमारी

बीते महीने श्रीनगर में जी20 की बैठक से पहले आतंकवाद से जुड़े मामलों में जम्मू-कश्मीर के सात जिलों श्रीनगर, पुलवामा, अवंतीपोरा, अनंतनाग, शोपियां, पुंछ और कुपवाड़ा में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी. इससे पहले भी एनआईए 70 से ज्यादा जगहों पर आतंकियों और उनकी मदद करने वालों पर छापा मार चुकी है. 

खुफिया इनपुट के बाद एनआईए का छापा 

G20 की बैठक से पहले NIA आतंकियों की कमर तोड़ने में जुटी हुई है. यह खुफिया इनपुट मिले थे कि सीमापार बैठे आतंकियों के आका जी20 बैठक से पहले अपने गुर्गों को इनक्रिप्टेट मैसेज भेज रहे थे और घाटी में हालात बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक, जांच में यह बात सामने आई कि जिन लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई हो रही है वो अंडर ग्राउंड वर्कर या आतंकियों के बिचौलिये का काम कर रहे थे और मैग्नेटिक बम तथा स्टिकी बम की सप्लाई में शामिल थे. ये लोग पाकिस्तान की आईएसआई की शह पर नौजवानों को ऑनलाइन भड़काते थे.

Advertisement

सूत्रों ने बताया था कि षड्यंत्रकारियों का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आईईडी और छोटे हथियारों के साथ हिंसक आतंकवादी हमले करना था और इसके लिए स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर उन्हें आतंकी बनाना और उनके जरिए बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देना था.  

ये आतंकी संगठन हैं सक्रिय 

ये छापे आतंकी साजिश के मामले में एनआईए की चल रही उस जांच का हिस्सा थे, जिसमें खुफिया तरीके से हाल में बने नए आतंकी संगठनों को मदद की जा रही थी. इन आतंकी संगठनों में द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (यूएलएफजेएंडके) मुजाहिदीन गज़ावत-उल-हिंद (MGH), जम्मू फ्रीडम फाइटर्स (JKFF), कश्मीर टाइगर्स, PAAF,शामिल हैं जो घाटी में आतंकी वारदातों को अंजाम देते हैं. 

 

Advertisement
Advertisement