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जम्मू-कश्मीर: 8 घंटे में दूसरा आतंकी हमला, अब CRPF टीम पर बरसाई गईं गोलियां

आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना है. जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं आतंकियों को काबू में करने के लिए इलाके की घेराबंदी की गई है.

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अनंतनाग में आतंकी हमले में एक घायल
अनंतनाग में आतंकी हमले में एक घायल

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग स्थित बिजबेहरा थाना इलाके में शुक्रवार दोपहर में आतंकियों द्वारा पुलिस और सीआरपीएफ टीम पर फायरिंग की गई है. जिसमें एक पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना है. घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं आतंकियों को काबू में करने के लिए इलाके की घेराबंदी की गई है. पिछले 8 घंटे में यह दूसरी आतंकी घटना है.

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कश्मीर पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है. पुलिस ने ट्वीट किया, "अनंतनाग के बिजबेहरा इलाके में आतंकवादियों ने पुलिस/सीआरपीएफ की संयुक्त नाका पार्टी पर फायरिंग की. इस आतंकवादी घटना में, एक पुलिस कर्मी घायल हो गया जिसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. खोज जारी है.

जानकारी के मुताबिक बिजबेहरा में आतंकियों की फायरिंग में बिजबेहरा थानाध्यक्ष घायल हुए हैं, जो कुरकादल, बिजबेहरा में ड्यूटी कर रहे थे. उन्हें एसडीएच बिजबेहरा में शिफ्ट किया गया है. 

#Terrorists fired upon joint naka party of police/CRPF in #Bijbehara area of #Anantnag. In this #terror incident, one police personnel got injured who was immediately evacuated to hospital for treatment. Area cordoned off. Search in progress.@JmuKmrPolice

घाटी में नहीं थम रही टारगेट किलिंग

बता दें कि घाटी में लगातार टारगेट किलिंग की जा रही है. शुक्रवार तड़के बांदीपोरा की अजस तहसील के सदुनारा गांव में आतंकियों ने एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक की पहचान मोहम्मद जलील के पुत्र मोहम्मद अमरेज और बिहार निवासी के रूप में हुई है. 10 महीने में बिहार के 7 लोगों की हत्या कर दी गई है.

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प्रवासी मजदूर और सरकारी कर्मचारियों में खौफ

गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग्स के कारण सरकारी कर्मचारी और प्रवासी मजदूर दहशत में देखे जा रहे हैं. आतंकियों द्वारा यहां पर टीवी आर्टिस्ट, बैंक मैनेजर को भी निशाना बनाया रहा है. पिछले महीनों में लगातार हो रही घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी थी. तब 26 दिन में टारगेट किलिंग की 10 घटनाएं सामने आने के बाद अब वहां से पलायन भी शुरू हो गया था.

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