scorecardresearch
 

आतंक से निपटने का प्लान, राजौरी में पूर्व सैनिकों को दी गईं SLR और गांव वालों को गन

राजौरी जिले के धंगरी में हर ग्राम रक्षा समिति में एक सदस्य को SLR राइफलें दी गईं. कुछ ग्राम रक्षा समितियों में 2 से 3 सदस्यों को स्वचालित राइफलें भी दी गई हैं. साथ ही आतंकियों का मुकाबला करने के लिए CRPF द्वारा ग्राम विकास समिति (VDC) के तहत ग्रामीणों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का मुकाबला करने के लिए देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CRPF) द्वारा ग्राम विकास समिति (VDC) के तहत ग्रामीणों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. पिछले दिनों जम्मू के पुंछ और राजौरी में हुए जघन्य हत्याकांड के बाद यह कदम उठाया गया है.

Advertisement

इसके अलावा राजौरी जिले के धनगरी में हर एक ग्राम रक्षा समिति में एक सदस्य को SLR राइफलें जारी की गई हैं. कुछ ग्राम रक्षा समितियों में 2 से 3 सदस्यों को स्वचालित राइफलें भी दी गई हैं.

पूर्व सैनिकों को सौंपा गया ये जिम्मा

राजौरी जिले के धनगरी गांव में सोमवार को एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया और लगभग 100 VDC सदस्यों को नए हथियार दिए गए, जिनमें से 40 पूर्व सैनिक हैं जिन्हें एसएलआर हथियार दिए गए. साथ ही पुलिस द्वारा आयोजित इस शिविर में 60 स्थानीय लोगों को भी हथियार दिए गए हैं. अबतक कुल 303 बंदूकें दी गईं हैं. जबकि 40 पूर्व सैनिकों को सेल्फ-लोडिंग राइफलें यानी एसएलआर बंदूकें दी गईं, ताकि वे किसी आतंकी हमले की स्थिति में अपना बचाव कर सकें. इसके अलावा गांव के पूर्व सैनिक गांव के अन्य लोगों को प्रशिक्षण देकर तैयार करेंगे जो पहले हथियार चलाने के लिए प्रशिक्षित नहीं हैं. ग्राम रक्षा समितियों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए लोगों ने सरकार का आभार व्यक्त किया है.

Advertisement

हिंदू परिवारों पर हुआ हमला

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी और श्रीनगर के जदीबल इलाके में नई साल पर आतंकियों ने हिंदू परिवारों पर फायरिंग कर दी थी. इस हमले में अब तक 7 लोगों की जान जा चुकी है.  

अलर्ट पर हैं खुफिया एजेंसियां

राजौरी के इलाकों में हिंदू परिवारों पर हुए आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं. केंद्र सरकार की ओर से पुंछ और राजौरी में सीआरपीएफ की लगभग 18 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं. इस बीच राजौरी पुलिस ने VDC सदस्यों और पूर्व सैनिकों को बंदूकों के साथ बुलाया था. स्थानीय पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उनकी बंदूकें चालू हालत में हैं या नहीं. जरूरत के मुताबिक, पुलिस वीडीसी को नई बंदूकें भी जारी करेगी. 

राजौरी में 18 कंपनियां तैनात

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी इलाके में अर्धसैनिक बलों की 18 कंपनियां तैनात की गई हैं. जिनमें से 10 कंपनियां दिल्ली से भेजी गई हैं. दोनों क्षेत्रों के चप्पे-चप्पे पर सेनाबल तैनात रहेगा, ताकि फिर से आतंकी किसी हिंदू परिवार को यहां निशाना न बना सकें. बता दें कि नए साल (1 जनवरी) पर जम्मू-कश्मीर के राजौरी और श्रीनगर के जदीबल इलाके में आतंकियों ने हमला किया था.

Advertisement

आतंकवादियों ने राजौरी में हिंदू परिवारों पर फायरिंग की थी, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई. साथ ही कई लोग घायल हो गए थे. सुरक्षाकर्मियों ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. आतंकियों ने ये गोलीबारी राजौरी के धनगरी इलाके में की थी.

Advertisement
Advertisement