
स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू कश्मीर के परगल में उरी हमले जैसी साजिश नाकाम हो गई. यहां कुछ आतंकियों ने आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश की. इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की. इसमें दो आतंकी ढेर हो गए. इस एनकाउंटर में आतंकियों से 2 एके 47 राइफल्स, 9 मैगजीन 300 राउंड और 5 ग्रेनेड बरामद किए गए हैं.
राजौरी से परगल कैंप 25 किमी की दूरी पर है. 11 राष्ट्रीय राइफल से मिली जानकारी के मुताबिक, आर्मी कैंप में आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया था. इसमें दोनों आतंकी ढेर हो गए. हालांकि, इस हमले में चार जवान शहीद हो गए. अभी सर्च ऑपरेशन जारी है. राजौरी के परगल में बहादुरी से लड़ते हुए और 2 आतंकियों का सफाया करते हुए घायल हुए जवान निशांत मलिक शहीद हो गए. भारतीय सेना ने इस घटना पर दुख जताया है. निशांत मलिक ग्राम- आदर्श नगर, पीओ- हांसी, जिला- हिसार (हरियाणा) के रहने वाले थे.
उधर, धरहल पुलिस स्टेशन से 6 किमी स्थित दूसरी पार्टियों को भी कैंप की ओर रवाना किया गया है. माना जा रहा है कि आतंकियों ने उरी जैसे हमले की कोशिश की थी.
राजौरी के एसएसपी मोहम्मद असलम ने कहा कि मारे गए दोनों आतंकी विदेशी हैं. ये लश्कर से जुड़े हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि आतंकियों की इस इलाके में मूवमेंट की खबर मिली थी. हमने सर्च चला रखा था और आज सुबह करीब 3:00 बजे आंतकियो ने सेना की पोस्ट पर ग्रेनेड दागा था. यह दोनों आतंकी फिदायीन हमलावर थे जो यहां पर भारी नुकसान करने पहुंचे थे, लेकिन समय रहते दोनों आतंकवादियों को ढेर कर दिया.
2016 में हुआ था उरी हमला
दरअसल, 2016 में जम्मू कश्मीर के उरी में पाकिस्तान से आए जैश ए मोहम्मद के चार आतंकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया था. इसमें 19 जवान शहीद हो गए थे. वहीं, 19-30 जवान जख्मी हुए थे. चारों आतंकी ढेर हो गए थे. इसके जवाब में भारत ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और आतंकी लॉन्च पैड तबाह कर दिए थे.
बुधवार को तीन आतंकी हुए ढेर
इससे पहले बुधवार को सुरक्षाबलों ने बडगाम में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया था. मारे गए आतंकी लश्कर के थे. इनमें लतीफ राथर भी शामिल था. लतीफ कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या में शामिल था. सुरक्षाबलों को काफी समय से उनकी तलाश थी. लतीफ 10 साल से एक्टिव था. वह 2012 में श्रीनगर हाईवे पर हुए हमले में भी शामिल था. इसमें 8 जवान शहीद गए थे.