जम्मू-कश्मीर स्थित सुंजवां सैन्य शिविर में मुठभेड़ स्थल से एक और जवान का शव मिला है. इसके साथ ही मृतक संख्या बढ़कर 10 हो गई है. इस मुठभेड़ में सेना के छह जवान शहीद हुए हैं और जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए हैं.
जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि सोमवार रात शिविर में खोजबीन अभियान के दौरान सेना के एक जवान का शव मिला है. भारी हथियारों से लैस हमलावरों के एक समूह ने 10 फरवरी को जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंट्री की 36 ब्रिगेड के शिविर पर हमला किया था जिसमें पांच जवानों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी.
Jammu: J&K CM Mehbooba Mufti meets family members of four Army personnel who lost their lives in #SunjuwanArmyCamp terror attack pic.twitter.com/kfZKwXnWAW
— ANI (@ANI) February 13, 2018
इस हमले में दो अधिकारियों और छह महिलाओं एवं बच्चों समेत 10 लोग घायल हो गए थे. तलाश अभियान के दौरान हथियारों एवं गोला बारूद के बड़े जखीरे के साथ जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकवादियों के शव बरामद हुए थे.इस बीच, मंगलवार सुबह सभी शहीदों को एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि भी दी गई. शहीदों को श्रद्धांजलि देने राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी आई थीं.
रक्षामंत्री ने मसूद अजहर को बताया जिम्मेदार
आपको बता दें कि केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण जम्मू-कश्मीर में सेना के ठिकानों पर बढ़ रहे आतंकी हमलों के बीच सोमवार शाम को सुंजवां आर्मी कैंप पहुंचीं थी. उन्होंने इस कैंप का हवाई निरीक्षण किया. यहां से वह यहां आर्मी हॉस्पिटल में भी गईं, जहां वह इस हमले में घायल हुए सैनिकों से मिलीं. इसके बाद उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि सुंजवां में सैन्य अभियान सोमवार सुबह साढ़े दस बजे ही पूरा हो चुका था, हां जांच अभियान अब भी जारी है. उन्होंने कहा कि यह हमला जैश-ए-मोहम्मद ने किया था. इस हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर था, जो पाकिस्तान में है. आर्मी कैंप में क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात किया गया है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी. सीतारमण ने सीमारेखा पर अत्याधुनिक हथियार तैनात करने और निगरानी बढ़ाने की बात कही है.