आजतक के 'ऑपरेशन हुर्रियत' ने जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के चेहरे से नकाब हटा दिया है. घाटी में आजतक के स्टिंग ने सियासी हलचल बढ़ा दी है. इस मामले पर एक्सक्लूसिव बातचीत में पीडीपी सरकार में मंत्री हसीब दराबू ने कहा कि इस खुलासे से पता चलता है कि किस तरह स्कूलों को जलाने के लिए पैसे का इस्तेमाल किया गया.
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इस बीच रक्षामंत्री अरुण जेटली और सेना प्रमुख बिपिन रावत ने घाटी का दौरा कर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. साथ ही सीमा पर हालात और सुरक्षा तैयारियों की भी समीक्षा की.
हुर्रियत को पाक से फंडिंग की जांच करेगी NIA
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस स्टिंग को देखा है. और आने वाले दिनों में अलगाववादी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सूबे के वित्तमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि आजतक के इस स्टिंग ऑपरेशन ने घाटी में सियासी तौर पर नया तूफान खड़ा कर दिया है. रक्षामंत्री अरुण जेटली ने भी जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की है. साथ ही दोनों के बीच मुलाकात में अलगाववादियों के आतंक पर भी चर्चा होने की संभावना है. साथ ही आजतक के स्टिंग पर भी दोनों के बीच बात हो सकती है.
आजतक ने दिखाया कैसे हुर्रियत नेताओं को मिलते हैं पैसे
आजतक के ऑपरेशन हुर्रियत का बड़ा असर हुआ है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस बारे में आजतक से संपर्क किया है और पूरे मामले की जानकारी मांगी है. साथ ही केंद्र सरकार ने कार्रवाई का भरोसा दिया है. वहीं कांग्रेस ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. आपको बता दें कि आजतक ने ऑपरेशन हुर्रियत में दिखाया था कि कैसे हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान से पैसे मिलते हैं.