जम्मू कश्मीर में मंगलवार को हुए दो आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के नापाक मंसूबे सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि लश्कर-ए-तैयबा के तीनों आतंकी जम्मू के सांबा में चलती ट्रेन में ब्लास्ट या पठानकोट जैसे हमले को अंजाम देना चाहते थे. इसके बाद उनका इरादा ट्रेन या आर्मी कैंप पर इस तरह के केमिकल फेंकने का था, जिससे वो जल जाएं.
इंटेलिजेंस के सूत्रों का कहना है कि इतिहास में पहली बार मारे गए आतंकियों के पास से बड़े हथियार और गोलाबारूद बरामद हुए हैं. आतंकियों के पास से चेन्ड आईईजी, सुसाइड बेल्ट और विस्फोटकों से भरे हुए सुसाइड बैग मिले हैं. शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि उरी हमले में मारे गए आतंकियों के पास से भी इसी तरह के कैमिकल बरामद किए गए थे.
बेहतरीन उपकरणों से लैस थे आतंकी
इतना ही नहीं, आतंकियों के पास से कम्यूनिकेशन के बेहतर उपकरण भी मिले हैं, जिसके जरिए वो पाकिस्तान में अपने हैंडलरों से संपर्क में थे. सूत्रों ने बताया कि आतंकियों का ये ग्रुप बेहतरीन उपकरणों से लैस था और सुरक्षाबलों के साथ लंबे समय तक जूझने के लिए इनके पास एनर्जी टैब्लेट, एनर्जी ड्रिंक और मेवे थे.
हमलों में 2 ऑफिसर, 7 जवान शहीद
आपको बता दें कि मंगलवार को नगरोटा और चमलियाल में आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया था. इस हमले में दो ऑफिसर और 5 जवान शहीद हो गए हैं. मुठभेड़ के दौरान 3 आतंकी ढेर हो गए हैं. फिलहाल सेना ने कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है.