जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई और आखिरकार पांच घंटों की फायरिंग के बाद जवानों ने तीन आतंकियों को ढेर करने में सफलता हासिल की. वहीं, आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के बाद हुए विस्फोट में छह और गोलीबारी में एक स्थानीय नागरिक की भी मौत हो गई. इसके बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया और सुरक्षा बलों के साथ झड़प हुई, जिसमें 40 से ज्यादा नागरिक घायल हो गए.
खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने रविवार तड़के कुलगाम के लारू गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान जवानों ने उस घर को घेर लिया, जहां पर संदिग्ध आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी थी. खुद को घिरता देख आतंकियों ने सेना पर फायरिंग कर दी, जिसमें दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
इसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और तीन आतंकियों को ढेर कर दिया. एनकाउंटर खत्म होने के बाद सुरक्षा बल वहां से निकल गए. इसके बाद एनकाउंटर स्थल पर एक विस्फोट हो गया, जिसकी चपेट में नागरिक भी आ गए और छह की मौत हो गई. इसके अलावा एक नागरिक की मौत मुठभेड़ के दौरान फायरिंग में हुई यानी रविवार को कुलगाम में कुल सात नागरिकों की जान गई.
पुलिस का कहना है कि चेतावनी के बावजूद लारू गांव के लोग उस घर के अंदर गए, जहां आतंकी छिपे हुए थे. कुलगाम के एसएसपी हरमीत सिंह ने आजतक को बताया कि मुठभेड़ के दौरान इस घर में आग लग गई थी और चेतावनी को दरकिनार करते हुए लोग घर के अंदर चले गए. उनके मुताबिक घर के अंदर मौजूद आतंकियों के पास हथियार और विस्फोटक का जखीरा था और जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो विस्फोट हो गया और लोग उसकी चपेट में आ गए.
7 नागरिकों की मौत
बम धमाके और गोलीबारी में 7 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि कुछ लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं, जिनका अनंतनाग के अस्पताल में इलाज चल रहा है. दरअसल, जब मुठभेड़ खत्म हुई तो स्थानीय लोग घटनास्थल पर जाने की जिद करने लगे. हालांकि पुलिस ने उन्हें अंदर जाने के लिए मना किया, क्योंकि जिस घर में आतंकी छिपे थे वहां आग लगी हुई थी.
3 आतंकी ढेर
सुरक्षाबलों के इस ऑपरेशन में 3 आतंकी ढेर हो गए. ये तीनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे. इनकी पहचान कुलगाम निवासी जुबैर लोन, शोपियां निवासी शाहदिल तांत्रेय और अनंतनाग निवासी याजिल माक्रो के रूप में हुई है.