जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार को जामिया समेत कई बड़ी मस्जिदों में नमाज अदा करने पर रोक लगाई गई है. लोगों से अपने मोहल्ले की मस्जिदों में नमाज अदा करने की अपील की गई है. आज शुक्रवार को होने वाले जुमे की नमाज से पहले कश्मीर घाटी के कई जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. घाटी के ज्यादातर हिस्से को बैरिकेट और कंटीले तारों से घेर दिया गया है. दुकानें बंद हैं और 26वें दिन भी घाटी में इंटरनेट की सेवाएं शुरू नहीं की गईं.
अधिकारियों का कहना है कि घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण है, लेकिन किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए घाटी के कई संवेदनशील इलाकों में कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं. हालात में जैसे-जैसे सुधार होते जाएंगे वैसे-वैसे प्रतिबंधों में ढील भी दी जाएगी. फिलहाल जहां भी स्थिति में सुधार हुआ वहां लोगों की हलचल देखी जा रही है. घाटी के जिला मुख्यालयों और कुछ अन्य शहरों में लोगों की गतिविधियों और सड़क पर गाड़ियों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि दिख रही है.
घाटी में जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई गई (फोटो-रउफ अहमद रोशनगर)
पुलिस अधिकारी के अनुसार, छोटे और कॉलोनी के मस्जिदों में जुमे की नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाएगी जबकि श्रीनगर के जामा मस्जिद जैसे बड़े मस्जिदों में नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
इस बीच सरहद पर सेना की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आर्मी चीफ बिपिन रावत का आज श्रीनगर दौरा है. अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद सेना प्रमुख का यह पहला घाटी का दौरा है.
कुछ इलाकों में पत्थरबाजी
इस बीच, गुरुवार शाम को पाबंदियां हटने के बाद कश्मीर के कुछ इलाकों में पत्थरबाजी भी हुई. कश्मीर के नातीपोरा, नोवगाम, बेमिना में गुरुवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई थी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. गुरुवार को श्रीनगर में आतंकवादियों ने एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने राजौरी और पुंछ जिलों के पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि उन्होंने फेसबुक पर 'संवेदनशील टिप्पणी' पोस्ट की थी, जिससे राज्य में कानून और व्यवस्था की हालत बिगड़ सकती है. राजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक युगल मानहंस ने गुरुवार को कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों की नियमित निगरानी के दौरान, राजौरी पुलिस की नजर पांच फेसबुक अकाउंट्स पर पड़ी, जिन पर लगातार संवेदनशील अपडेट किए जा रहे थे. इनमें कुछ अपडेट 'शांति और व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं.'
पुलिस ने कहा कि आरोपी राजौरी और पुंछ जिले के मूल निवासी हैं लेकिन वे जम्मू कश्मीर के बाहर काम करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन पांचों लोगों की पहचान राजौरी के रहने वाले जहीर चौधरी कलास, पुंछ निवासी जाकिर शाह बुखारी, राजौरी के मंजकोते निवासी इमरान काजी, पुंछ के रहने वाले नाजीक हुसैन (काजी नजीक) और मेंढर, पुंछ के सरदार तारिक खान के रूप में हुई है.(आईएएनएस से इनपुट)